बेंगलुरू: बुधवार को सनराइज़र्स हैदराबाद और कोलकता नाइट राइडर्स के बीच IPL क्वालिफ़ायर मैच पानी तो फिरा ही लेकिन हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर की एक भूल उनकी टीम को मंहगी पड़ी। इस हार के साथ ही गत चैंपियन हैदराबाद टी 20 के सीजन-10 से बाहर हो गई। हैदराबाद ने कोलकाता के खिलाफ एलिमिनेटर में कल सात विकेट पर 128 रन का स्कोर बनाया था। बारिश आने के कारण जब दोबारा खेल शुरू हुआ तो कोलकाता के सामने छह ओवर में 48 रन का लक्ष्य रखा गया जिसे उसने 4 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
मैच जीतने के लिए हैदराबाद के पास विकेट लेने के अलावा कोई और चारा नहीं था। पहली सात गेंदों में हैदराबाद की टीम कुछ हद तक सफल भी रही और उसने इस दौरान 3 विकेट निकाल दिए लेकिन इसके बाद कोलकाता के कप्तान गौतम गंभीर ने 19 गेंदों पर नाबाद 32 रन ठोककर अपनी टीम को क्वालिफायर दो में पहुंचा दिया।
6 ओवर के खेल में हैदराबाद की ओर से एक गेंदबाज को 2 ओवर और 4 गेंदबाजों को एक-एक ओवर मिलना था। पहला ओवर टी 20 सीजन-10 के सबसे सफल गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने डाला। इस ओवर में हालांकि उन्होंने 11 रन दिये लेकिन क्रिस लिन को आउट करने के अलावा यूसुफ पठान को रनआउट भी कर दिया। हैदराबाद के कप्तान वार्नर ने अपने सबसे सफल गेंदबाज भुवनेश्वर को एक ओवर तक ही सीमित रखा जो उनकी एक रणनीतिक भूल रही। हैदराबाद को विकेटों की जरूरत थी और भुवनेश्वर कुमार विकेट निकाल सकते थे। यदि भुवनेश्वर ने तीसरा ओवर डाला होता तो वह कोलकाता पर दबाव बना सकते थे। वार्नर ने भुवनेश्वर से ज्यादा अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान पर भरोसा किया और उनसे दो ओवर डलवाए।
राशिद ने अपने दो ओवर में हालांकि 11 रन ही दिए लेकिन वह कोई विकेट नहीं निकाल पाए जबकि हैदराबाद को ऐसी स्थिति में विकेटों की ज्यादा जरूरत थी और यह काम भुवनेश्वर से बेहतर कोई नहीं कर सकता था। भुवनेश्वर ने इस टी 20में कुल 26 विकेट हासिल किये और वह टीम के लिये मैच विजेता का काम कर सकते थे। डैथ ओवरों में उनकी गेंदबाजी सर्वश्रेष्ठ रही थी और 6 ओवरों का खेल डैथ ओवरों जैसा ही था। लेकिन वार्नर ने उनका एक ओवर रोककर न केवल टीम का नुकसान किया बल्कि टीम को एलिमिनेट भी करा दिया।