नई दिल्ली: IPL 2017 में रविवार को मोहली में पंजाब और गुजरात के बीच मैच के दौरान एक अजीब बात देखने को मिली। बॉलर और अंपायर के बीच बहस तो अक़्सर देखने को मिलती है लेकिन इस मैच में जो हुआ वो शायद आपने कभी न देखा होगा
दरअसल इस मैच में किंग्स उलेवन पंजाब के बॉलर संदीप शर्मा बॉलिंग कर रहे थे तभी एक बॉल को अंपायर ने नो बॉल क़रार दे दिया। इस पर संदीप भड़क गए और अंपायर से उलझ पड़े। संदीप का कहना था कि न तो उन्होंने निर्धारित ऊंचाई से अधिक ऊंची बाउंसर मारा, न तो बॉलिंग क्रीज़ फलांगी और न ही कमप से ऊंची बॉल फ़ेंकी फिर क्यों दे दी गई नो बॉल...? अंपायर से भिंडंत में संदीप का साथ कप्तान मैक्सवेल ने भी दिया लेकिन वह (मैक्सवेल) तो बच गए पर संदीप को भरना पड़ रहा है जुर्माना वो भी मैच फीस का 50% हिस्सा।
नियमों के अनुसार कोई भी खिलाड़ी अंपायर से उसके फ़ैसले पर बहस नहीं कर सकता सो संदीप ने भी जुर्माना की सज़ा स्वीकार कर ली है।
ये था मसला और यूं हुई नो बॉल
गुजरात के साथ इस मैच में गेंद संदीप शर्मा के हाथों में थी। ओवर की पांचवीं गेंद करने के बाद जब संदीप पीछे मुड़े तो उन्होंने अंपायर को नो बॉल का इशारा करते देखा। वह हैरान रह गए क्योंकि न तो ये गेंद एक घातक बाउंसर थी, न तो ये सीधे बल्लेबाज की कमर से ऊपर फेंकी गई थी और न ही गेंद फेंकते समय संदीप शर्मा का पैर क्रीज से बाहर गया था। फिर आखिर हुआ क्या था? क्यों अंपायर ने इस गेंद को नो-बॉल करार दिया। जबाव में अंपायर ने संदीप को बताया कि वह ओवर द विकेट बॉल कर रहे थे लेकिन पांचवी बॉल उन्होंने राउंड द विकेट फ़ेंक दी वो भी उन्हें बताए बग़ैर।
क्रिकेट के नियमों के मुताबिक गेंदबाज को अपनी साइड बदलने के पहले इसकी जानकारी अंपायर को देनी होती है। लेकिन अंपायर के मुताबिक संदीप शर्मा ने इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी थी, वहीं संदीप शर्मा इस बात पर अड़े थे कि उन्होंने अंपायर को इसकी जानकारी दी है। इस बात को लेकर अंपायर और संदीप के बीच बहस शुरु हो गई। संदीप के साथ-साथ पंजाब के कप्तान गलेन मैक्सवेल भी अंपायर से बहस करने पहुंच गए। हालांकि तब तक नो-बॉल का फैसला किया जा चुका था और साथ ही फ्री-हिट भी दी जा चुकी थी।
दिलचस्प बात ये है कि जब संदीप जब ये बॉल फ़ेंक रहे थे तब नॉन स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज़ भी उसी तरफ खड़े थे जहां से संदीप ने बॉल पेंकी थी। नॉन स्ट्राइकर एंड वाला बल्लेबाज़ हमेशा दूसरी तरफ खड़ा रहता है। बॉलिंग साइड चेंज करने पर अंपायर सामने वाले बल्लेबाज़ को इसकी जानकारी देता है जबकि नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज़ चाहे तो अपनी साइड बदल सकता है या फिर उसे दूर हटकर खड़ा होना होता है।