पुणे: अपनी आतिशी पारी के दम पर शनिवार को राइजिंग पुणे सुपरजाएंट को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत दिलाने के बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि "ऐसी कोई रन रेट नहीं जो ज्यादा हो। यह सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि विपक्षी टीम के गेंदबाज किस तरह से गेंदबाजी करते हैं। इसलिए सात, आठ, नौ, दस की रन रेट मायने नहीं रखती। जो मायने रखता है वो यह है कि आप अपने आप को कितना शांत रखते हो।" रनों का पीछा करते समय शांत रहना बेहद जरूरी है।
आईपीएल-9 में सुपरजाएंट के कप्तान रहे धोनी ने अहम समय पर 34 गेंदों में 61 रनों की पारी खेलते हुए पुणे को छह विकेट से जीत दिलाई। मैन ऑफ द मैच चुने गए धोनी ने कहा कि वह अपने ऊपर बढ़ते हुए रन रेट का दबाव नहीं लेते।
धोनी ने मनोज तिवारी की भी तारीफ की। तिवारी ने अंत में धौनी का बखूबी साथ दिया। धोनी ने कहा, "आप हमेशा इस तरह के मैच नहीं जीत सकते। हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मनोज ने अच्छा योगदान किया जो महत्वपूर्ण था क्योंकि उसने ज्यादा गेंदें नहीं खाईं।"
धोनी ने माना की लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं था। उन्होंने साथ ही कहा कि पुणे की टीम इसलिए जीती क्योंकि उसके पास बड़े शॉट लगाने वाले बल्लेबाज हैं।
उन्होंने कहा, "यह मुश्किल था। लेकिन हमारे पास बड़े शॉट खेलने वाले बल्लेबाज हैं। हमारे लिए यह जरूरी था कि हम राशिद खान को आराम से खेलें और दूसरी तरफ से तेजी से रन बनाते रहें।"
धोनी की तारीफ करते हुए पुणे के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने कहा, "अंत में काफी करीबी मैच हो गया था लेकिन, धोनी ने वही किया जो वो लंबे समय से करते आ रहे हैं। दबाव में वह एक बार फिर सफल साबित हुए।"
छह विकेट से मिली इस जीत के बाद पुणे की टीम आठ टीमों की अंकतालिका में सबसे निचले स्थान से चौथे स्थान पर आ गई है। स्मिथ को भरोसा है कि आगे चार मैच घर में होने के कारण टीम और ऊपर जाएगी।
स्मिथ ने कहा, "यह 160-165 का विकेट था। हमने अपनी रणनीति पर अमल नहीं किया। हमने अच्छी बल्लेबाजी की। राहुल त्रिपाठी ने शीर्ष क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी की और फिर एमएस ने अच्छा किया। हमें घर में चार मैच खेलने हैं और एक मुंबई में खेलना है। उम्मीद है कि हम इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।"