हैदराबाद: मध्य क्रम के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने IPL 10 में अपनी कीमत से बेहतर प्रदर्शन करते हुए राइजिंग पुणे सुपरजायंट को पहली बार लीग के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। पुणे ने नीलामी के तीसरे चरण में उन्हें 50 लाख रुपये की कीमत में खरीदा था। तिवारी का मानना है कि IPL 10 ने उन्हें एक बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद की है। बंगाल के लिए खेलने वाले तिवारी ने 12 पारियों में 317 रन किए हैं।
तिवारी ने लीग में न सिर्फ अच्छी पारियां खेली बल्कि पहले क्वॉलिफायर में मुंबई इंडियंस के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेल टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। तिवारी ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर अंतिम 2 ओवरों में 41 रन जोड़ते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था। तिवारी ने कहा, ‘यह IPL मेरे लिए यादगार रहा है। इसने मुझे एक बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद की है। मेरे प्ररेणास्त्रोत महेंद्र सिंह धोनी के साथ साझेदारी करना मेरे लिए गर्व की बात है। हमारी टीम की मेहनत रंग लाई। हम इसी तरह से फाइनल में खेलने को तैयार हैं।’ तिवारी ने अपने करियर में काफी उतार चढ़ाव देखे हैं। 2007 में वह बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में चुने गए थे लेकिन 2 दिन पहले चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए थे।
तिवारी ने कहा, ‘मेरा काम हर दिन अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहना और हर दिन अपने खेल में सुधार करना होता है। अपनी गलतियों से सीखना और मेहनत करते हुए अपनी कमजोरियों को ताकत बनाना मेर लक्ष्य है।’ तिवारी ने अपनी फिटनेस को लेकर भी बातें साझा की और कहा कि हर किसी को स्वस्थ जिंदगी जीनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मेरा संदेश है कि हर किसी को स्वस्थ जिंदगी जीनी चाहिए। सही खाना खाना पहली चीज है। हर किसी को स्नैक्स पसंद हैं। लेकिन कोशिश सही स्नैक्स लेने की होती है। मैं खुद शाम को 5 बजे स्नैक्स लेता हूं लेकिन साथ ही मैं इस बात का भी ध्यान रखता हूं कि मैं क्या खा रहा हूं। आपको संतुलन बनाना होता है।’