पुणे: विराट कोहली की कप्तानी पारी और केदार जाधव की विस्फोटक सेंचुरी के दम पर भारत ने इंग्लैंड को वनडे सीरीज के पहले मैच में 3 विकेट से हरा दिया। विराट का पूर्णकालिक कप्तान के रूप में यह पहला मैच था और उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि कप्तानी के दबाव में उनका प्रदर्शन कहीं ज्यादा निखर कर सामने आता है।
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351 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और सिर्फ 13 रन के स्कोर पर इंग्लैंड के गेंदबाज डेविड विली ने ओपनर शिखर धवन (1) को पवेलियन वापस भेज दिया। अभी इस झटके से भारत उबर भी नहीं पाया था कि विली ने लोकेश राहुल (8) को आउट कर भारत को एक और तगड़ा झटका दिया। इसके साथ ही सिर्फ 24 रन के स्कोर पर भारत के दोनों ओपनर्स वापस पवेलियन लौट चुके थे। लंबे समय बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे युवराज सिंह भी कुछ खास नहीं कर पाए और सिर्फ 15 रन के स्कोर पर विकेटकीपर बटलर को कैच थमा बैठे। सिर्फ 56 रन पर 3 विकेट खोने के बाद भारतीय टीम को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह भी 63 को कुल योग पर सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गए।
केदार जाधव। (AP फोटो)
धोनी के आउट होने के बाद केदार जाधव और कप्तान विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के फील्डरों को विकेट के चारों तरफ नचाकर रख दिया। विराट कोहली ने सिर्फ 93 गेंदों पर अपने करियर का 27वां शतक जड़कर भारत की उम्मीदों को पंख दे दिया। कोहली के बाद विस्फोटक बल्लेबाजी कर रहे केदार जाधव ने भी सिर्फ 65 गेंदों पर अपने करियर की दूसरी सेंचुरी जमाई। ऐसा लग रहा था कि ये दोनों बल्लेबाज भारत को बिना किसी तकलीफ के लक्ष्य तक पहुंचाकर ही दम लेंगे लेकिन तभी 263 के योग पर विराट कोहली (122) स्टोक्स का शिकार हो गए। कोहली ने अपनी पारी में 8 चौके और 5 छक्के जड़े और आउट होने से पहले जाधव के साथ सिर्फ 146 गेंदों पर 200 रन की साझेदारी की।
विराट ने खेली कप्तानी पारी। (AP फोटो)
विराट के आउट होने के बाद भी केदार जाधव ने अपने अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखी और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी जारी रखी। हालांकि कुछ अच्छे हाथ दिखाने के बाद वह 120 के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हो गए। उस समय तक भारत का स्कोर 6 विकेट के नुकसान पर 291 रन था और उसे अभी भी जीत के लिए 61 रनों की जरूरत थी। जडेजा और पांड्या पारी को आगे बढ़ा ही रहे थे कि 318 के स्कोर पर जडेजा (13) आउट हो गए। हालांकि इसके बाद अश्विन और पांड्या ने भारत को कोई और नुकसान नहीं होने दिया और अपनी टीम को इस रोमांचक मुकाबले में जीत दिला दी। भारत ने 351 रनों के बड़े लक्ष्य को 11 गेंदें शेष रहते ही पा लिया। अश्विन ने शानदार सिक्स लगाकर भारत को जीत दिलाई। पांड्या ने नॉटआउट 40 और अश्विन ने नॉटआउट 15 रनों की पारियां खेली। इंग्लैंड की तरफ से जेक बॉल ने 3 जबकि विली और स्टोक्स ने 2-2 विकेट लिए।
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इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम की शुरुआत ठीक-ठाक रही। टीम का पहला विकेट 39 रन पर गिरा जब बुमराह के थ्रो पर अलेक्स हेल्स रन आउट हो गए। उन्होंने 9 रन की पारी खेली। इसके बाद ओपनर जेसन रॉय और जो रूट के बीच 69 रन की पार्टनरशिप हुई। 108 के स्कोर पर रॉय (73) को रविंद्र जडेजा की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने स्टंप कर दिया। उनके बाद आए कप्तान इयॉन मॉर्गन ने 28 रन की संक्षिप्त पारी खेली और टीम के स्कोर को 157 रन तक ले गए। मॉर्गन को हार्दिक पांड्या ने धोनी के हाथों कैच कराया।
बेन स्टोक्स। (AP फोटो)
इंग्लैंड की टीम का स्कोर 220 रन तक पहुंचा ही था कि जोस बटलर (31) भी चलते बने। बटलर के जाने के थोड़ी देर बाद ही शानदार फॉर्म में दिख रहे जो रूट (78) भी चलते बने। रूट के जाने के बाद बेन स्टोक्स और मोईन अली ने इंग्लैंड की पारी को 300 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। बुमराह की गेंद पर उमेश यादव के हाथों कैच होने से पहले स्टोक्स ने सिर्फ 62 रनों की तेज पारी खेली। अपनी 40 गेंद की इस पारी में उन्होंने 5 छक्के और 2 चौके लगाए। मोईन अली भी 28 रनों की तेज पारी खेलकर उमेश यादव का शिकार बने। क्रिस वोक्स 9 रन बनाकर और डेविड विली 10 रन बनाकर नॉटआउट रहे। भारत की तरफ से हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह ने 2-2, जबकि उमेश यादव और रविंद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया।