कटक: 3 मैचों की भारत-इंग्लैंड वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भारत ने इंग्लैंड को 15 रन से हराकर मैच के साथ-साथ सीरीज भी अपने नाम कर ली। भारत की जीत के हीरो युवराज सिंह और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी रहे। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने लंबे अरसे बाद वनडे क्रिकेट में सेंचुरी जड़ी और भारत को मुश्किल हालात से निकालकर बड़ा स्कोर बनाने में मदद की। इंग्लैंड की टीम ने लक्ष्य का पीछा करने की पुरजोर कोशिश की और अंत तक भारत को कड़ी टक्कर देती रही, लेकिन कप्तान इयॉन मोर्गन के आउट होने के बाद इंग्लैंड की आशाएं धूमिल हो गईं। इसी के साथ भारत ने 3 मैचों की इस सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली।
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382 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की शुरुआत ठीक-ठाक रही। टीम का पहला विकेट 28 रन पर गिरा जब अलेक्स हेल्स (14) को बुमराह ने धोनी के हाथों कैच करा दिया। इसके बाद जेसन रॉय और जो रूट के बीच 100 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इंग्लैंड का स्कोर 128 रन पर पहुंचा ही था कि रूट (54) ने पवेलियन की राह पकड़ ली। इंग्लैंड का तीसरा विकेट जेसन रॉय (82) के रूप में गिरा, जिन्हें रविंद्र जडेजा ने बोल्ड किया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने बेन स्टोक्स (1) और जोस बटलर (10) को जल्दी-जल्दी आउट करके इंग्लैंड की टीम को संकट में ला दिया।
मोईन अली। (AP फोटो)
लेकिन बटलर के आउट होने के बाद आए मोईन अली ने कप्तान इयॉन मॉर्गन का भरपूर साथ दिया। इन दोनों इंग्लिश बल्लेबाजों ने मैदान के चारों तरफ स्ट्रोक लगाए और एक समय तो ऐसा लग रहा था कि युवी-धोनी के शतकों पर पानी फिर जाएगा। लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने अली (55) को बोल्ड करके भारतीय टीम को मैच में वापस ला दिया। अली के आउट होने के बाद आए वोक्स (1) कुछ खास नहीं कर पाए। लियाम प्लंकेट के साथ मिलकर इंग्लैंड के कप्तान इयॉन मॉर्गन (102) ने रनआउट होने के पहले अपनी टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया। आखिरी ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 22 रन चाहिए थे, लेकिन डेविड विली और प्लंकेट सिर्फ 6 रन ही बना सके। प्लंकेट 25 और विली 6 रन बनाकर नॉटआउट रहे। भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन रहे जिन्होंने 10 ओवर में 65 रन देकर 3 खिलाड़ियों को आउट किया। बुमराह ने 2, जबकि भुवनेश्वर कुमार और रविंद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया।
इयॉन मॉर्गन। (AP फोटो)
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। भारत का पहला विकेट पारी के तीसरे ओवर में सिर्फ 14 रन के स्कोर पर गिरा जब केएल राहुल (5) क्रिस वोक्स की गेंद पर बेन स्टोक्स को कैच दे बैठे। इसी ओवर में फॉर्म में चल रहे कप्तान विराट कोहली (8) भी दो चौके जड़ने के बाद चलते बने। अभी भारत इस सदमे से उबर भी न पाया था कि पांचवे ओवर में शिखर धवन (11) भी पवेलियन लौट गए। तब भारतीय टीम का स्कोर सिर्फ 25 रन था।
युवराज सिंह। (AP फोटो)
लेकिन इसके बाद युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी की जोड़ी ने मैदान के चारों तरफ शॉट्स खेले। युवी और धोनी की जोड़ी ने इंग्लैंड के गेंदबाजों पर जरा भी रहम नहीं दिखाई और अपनी-अपनी सेंचुरी पूरी की। युवराज ने 6 साल बाद वनडे क्रिकेट में सैकड़ा लगाया और धोनी के साथ मिलकर भारत के स्कोर को 281 रन तक ले गए। युवी (150) ने आउट होने के पहले महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए सिर्फ 230 गेंद में 256 रन जोड़े। युवी के आउट होने के बाद आए केदार जाधव ने भी कुछ अच्छे हाथ दिखाए लेकिन अपनी पारी को ज्यादा आगे तक नहीं ले जा सके। उन्होंने 10 गेंदों का सामना करके 22 रन बनाए।
महेंद्र सिंह धोनी। (AP फोटो)
जाधव के जाने के बाद हार्दिक पांड्या और धोनी ने स्कोर को आगे बढ़ाया। धोनी (134) ने आउट होने के पहले भारत को 350 के पार पहुंचा दिया। भारत ने 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 381 रन बनाए और इस तरह इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 382 रन का लक्ष्य रखा। पांड्या 19 और रविंद्र जडेजा 16 रन बनाकर नॉटआउट रहे। इंग्लैंड की तरफ से क्रिस वोक्स सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 60 रन देकर 4 विकेट लिए जबकि लियाम प्लंकेट ने 2 खिलाड़ियों को आउट किया।