धर्मशाला: मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने शुक्रवार को धर्मशाला में कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत को शानदार सफलता आक्रामक रवैया अख्तियार करने से मिली और वह आगामी 5 वनडे मैचों की सीरीज में भी इसी तरह का खेल जारी रखेगा। भारत ने हाल में समाप्त हुई 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज करके ICC टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया।
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रहाणे ने HPCA स्टेडियम में कहा, ‘मुझे लगता है कि अनुशासन महत्वपूर्ण होगा। टेस्ट सीरीज में हमने जिस तरह की क्रिकेट खेली, हमारा रवैया हर समय आक्रामक रहा। इसलिए फिर से हम आक्रामक रवैया अख्तियार करेंगे। हम विदेशी टीम के मजबूत और कमजोर पक्षों पर ध्यान देने के बजाय अपनी क्षमता से खेलेंगे। मैं वास्तव में वनडे सीरीज को लेकर उत्साहित हूं, विशेषकर टेस्ट सीरीज के बाद। लेकिन यहां नए सिरे से शुरूआत करना महत्वपूर्ण है। लय हासिल करना महत्वपूर्ण होगा। लय बनाए रखने के लिए पहला मैच जीतना बेहद महत्वपूर्ण होगा।’
जब रहाणे से पूछा गया कि एक बल्लेबाज के लिये इतने कम समय में एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में सामंजस्य बिठाना कितना मुश्किल होता है, उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह पूरी तरह से मानसिक सामंजस्य से जुड़ा है क्योंकि पेशेवर क्रिकेटर होने के नाते हमारे लिए किसी भी प्रारूप में सामंजस्य बिठाना महत्वपूर्ण है। मानसिक तौर पर सामंजस्य बिठाना महत्वपूर्ण होता है। परिस्थितियों से तालमेल बिठाना भी अहम है और हम इसमें वास्तव में अनुभवी हैं। इसलिए हम प्रारूप बदलने के बारे में बहुत अधिक नहीं सोच रहे हैं। यह सब कुछ इससे जुड़ा है कि आप कुछ चीजों से कैसे सामंजस्य बिठाते हो। वनडे में मानसिक सामंजस्य अहम होता है।’
भारत ने लंबे व्यस्त सत्र को देखते हुए रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा को आराम दिया गया है। टीम में जयंत यादव, अक्षर पटेल, धवल कुलकर्णी, मनदीप सिंह और मनीष पांडे जैसे युवा खिलाड़ी रखे गए हैं। रहाणे का मानना है कि नए लड़कों को मौका देना अच्छ कदम है। उन्होंने कहा, ‘नए खिलाड़ियों के टीम में आने से मैं वास्तव में उत्साहित हूं। सभी अच्छी स्थिति में दिख रहे हैं। इन खिलाडि़यों ने भारत ए सीरीज में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया और कुछ ने रणजी ट्राफी मैचों में बेहतर खेल दिखाया।’