IPL का दसवां संस्करण दो दिन बाद बुधवार से शुरु होने जा रहा है। क्रिकेट यू तो बैट्समैन का गेम माना जाता रहा है लेकिन जब से खेल के दूसरे फॉर्मेट (वनडे, टी20) शुरु हुए हैं बॉलर्स की तो और भी शामत आ गई है। छोटे फॉर्मेट में डेथ ओवर्स यानी अंतिम 1-2 ओवर में बॉलिंग करना बॉलर के लिए बेहद मुश्किल होता है क्योंकि बल्लेबाज़ के पास खोने को कुछ नहीं होता और वह बेहिचक हर बॉल को बेरहमी से घुनने के लिए तैयार रहता है। टी20 में अक्सर मैच के नतीजे अंतिम ओवर में ही तय होते हैं। इसके बावजूद IPL में दस ऐसे बॉलर हुए हैं जिन्होंने दिमाग़ ठंडा रख ऐसा ओवर डाला कि मैच ही पलट कर रख दिया।
1-मुस्तफ़िज़ुर रहमान
सनराइज़र्स बनाम कोलकता नाइट राइडर्स- नॉक आउट स्टेज- 2016
ज़रुरत- 12 बॉल में 32 रन
इस मैच में मुस्तफ़िज़ुर रहमान को 19वें ओवर के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। कप्तान ने कोलकता नाइट राइडर्स जैसी टीम के ख़िलाफ़ मुस्तफ़िज़ुर रहमान का एक ओवर बचा रखा था और वह अपने कप्तान के भरोसे पर एकदम खरे उतरे। पहली बॉल उन्होंने स्लोअर वन डाली जिस पर आर सतीश आउट होते बाल बाल बचे। तीसरी बॉल यॉर्कर थी जो जैसन होल्डर की समझ में ही नही आई। कोलकता को जीत और फाइनल में जगह के लिए 12 बॉल पर 32 रन चाहिये थे लेकिन मुस्तफ़िज़ुर रहमान ने अपने अंतिम ओवर में सिर्फ 8 रन दिए। बाकी का काम भुवनेश्वर कुमार ने दूसरे छोर से कर दिया।
2-टिम सउदी
चेन्नई बनाम कोलकता नाइट राइडर्स-2011
ज़रुरत- 6 बॉल में 9 रन
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया विश्व चैंपियन बन चुकी थी। धोनी ने आख़िरी ओवर टिम सउदी को दिया। सउदी ने पहले तो लक्ष्मी रतन शुक्ला को चलता किया औऱ फिर ऐसी यॉर्कर्स मारी की कोलकता के बल्लेबाज़ बेबस से खड़े नज़र आए और सिंग्ल्स भी नही ले सके।
3- प्रवीण कुमार
दिल्ली बनाम गुजरात लॉयंस-2016
ज़रुरत- 12 बॉल में 18 रन
प्रवीण कुमार को कुछ लोगों ने स्लोअर बॉल करने को कहा था लेकिन उन्हें लगा कि उस पर चैक्का पड़ सकता है। अंत में प्रवीण ने वो बॉल करने का फ़ैसला किया जिसे क्रिकेट में सबसे मुश्किल माना जाता है यानी यॉर्कर। प्रवीण ने दो सटीक य़र्कर मारी और फिर क्रिस मॉरिस को भी बांध कर रख दिया जिन्होंने इस सीज़न का सबसे तेज़ अर्ध शतक लगाया था। दिल्ली जीत के बहुत करीब थी लेकिन प्रवीण ने उसके अरमानो पर पानी फेर कर रख दिया।