भारत में एक ऐसा गांव है जिसे लेकर कहा जाता है कि, वहां जाकर आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं। आज हम आपको इसी गांव के बारे में अपने इस लेख में जानकारी देंगे।
वोवचानस्क, खारकीव क्षेत्र में सीमा के करीब स्थित एक कस्बा है। एक बयान के मुताबिक, वहीं यूक्रेन के हवाई रक्षा बलों ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात रूस द्वारा छोड़े गये 17 ड्रोन में से 14 को ध्वस्त कर दिया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक गांव की महिला लोगों को इंग्लिश सिखाते हुए नजर आ रही है। महिला को लोग देहाती मैडम कहकर बुला रहे हैं।
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत अभी प्राथमिक स्तर पर 1100 महिलाओं को सरकार द्वारा ड्रोन दिए गए हैं और अगले 1 साल में 15000 और महिलाओं को ड्रोन दिए जाने का प्लान है।
दिल्ली के सभी 11 जिलों के जिलाधिकारी रविवार को गांवों में रात गुजारेंगे तथा वहां के लोगों के साथ बातचीत कर विकास कार्यों की योजनाएं बनायेंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र के बीड जिले के एक गांव के लोगों ने अपने ग्राम को बेचने के लिए पोस्टर लगाया है। पोस्टर पर लिखा गया है कि यहां कुछ भी विकास नहीं हुआ है इसलिए इसे हम लोग बेच रहे हैं।
वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करनेवाले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के गांव में मिनी स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है।
रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। इस हमले में अब तक 51 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 6 लोग घायल बताए जा रहे हैं। यूक्रेनी अधिकारियों ने मौतों और घायलों की पुष्टि की है। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ जब जेलेंस्की यूरोपीय देशों का समर्थन जुटाने स्पेन में हैं।
भारत में कई ऐसी जनजातियां रहती हैं जो बाहर के लोगों से दूरी बनाए रखती हैं। यहां के लोगों के बारे में जानना बहुत ही मुश्किल काम है। आज हम आपको ऐसी ही एक जनजाती के बारे में बताने जा रहे हैं।
हर इंसान पढ़-लिख कर अच्छा करना चाहते हैं वे खूब नाम भी कमाना चाहते हैं। ऐसा ही कुछ एक गांव हैं जहां लोगों ने इतनी पढ़ाई की गांव देश ही नहीं एशिया का सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा गांव बन गया।
दुनिया के इस गांव में एक भी सड़क और गाड़ी नहीं है। इस गांव को दुनिया का सबसे खूबसूरत गांव भी माना जाता है। आइए आपको बताते हैं कि बिना सड़क और गाड़ी के यहां पर लोग सफर कैसे करते हैं।
रुड़की के एक गांव में सोमवार को एक युवक की हत्या के बाद बवाल मचा है। पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प में दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। इसके बाद धारा 144 लगा दी गई है।
भारत के इस गांव के लोग देश का कानून नहीं मानते। यहां पर गांव वाले लोग ही अपना एक अलग संसद बनाए हुए हैं। यहीं पर उनका नियम और कानून बनता है।
PM Modi and Suryagram: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चर्चा पूरे विश्व में सर्वाधिक दूरदर्शी सोच वाले नेताओं में यूं ही नहीं होती, बल्कि इसके पीछे मोदी का वह विजन है जो दुनिया भर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता है। वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने का सपना साकार करने का संकल्प है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि पर्व त्यौहार के अवसर पर यह गांव नीली बत्ती वाली गाड़ियों से जगमगा उठता है। दरअसल सभी अफसर अपने गांव में परिवार के साथ त्यौहार मनाने आते हैं। यदि 800 आबादी के किसी गांव में 47 से अधिक लोग अफसर होंगे तो दशहरा, दीवाली और छठ के अवसर पर वह गांव नीली बत्ती के साथ मंत्रमुग्ध क्यों न हो!
भारत का एकलौता करोड़पतियों का यह गांव महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में है। इस गांव का नाम है हिवरे बाजार (Hiware Bazar Village)। हालांकि, इस गांव में रहने वाले लोगों की पहले ऐसी स्थिति नहीं थी।
इस गांव का नाम स्पीलप्लाट्ज (Spielplatz) है, यह हर्टफोर्डशायर (Hertfordshire) में स्थित है। हालांकि यहां लोग, एक दो साल से नहीं बल्की पिछले 90 सालों से नंगे ही रह रहे हैं। इस गांव में ज्यादातर लोग अमीर हैं। इनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है। ये पूरा गांव आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस है।
हिमाचल प्रदेश के मणिकर्ण घाटी के पीणी गांव में हर साल सावन के महीने में यहां की महिलाएं 5 दिनों तक निरवस्त्र नहती हैं। इस गांव में मान्यता है कि ऐसा अगर कोई महिला नहीं करती है तो उसे कुछ ही दिनों में कोई अशुभ खबर सुनने को मिलता है। या फिर उस महिला के साथ कोई अशुभ घटना हो जाती है।
इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से टीला गांव के लोगों को तेज बुखार, सीने में दर्द, उल्टी, हाथ-पैर के जोड़ों में दर्द की शिकायत हो रही है।
Village where there is never evening: तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले में मौजूद कोडूरूपका गांव कभी निजाम शासकों के घूमने और टहलने का स्थान होता था। हाल ही में इस गांव ने एक बार फिर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। वजह यह है कि इस गांव में कभी शाम नहीं होती।
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