देश में इस समय जनता के हाथ में मुद्रा का स्तर 18.5 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है जो इसका अब तक अधिकतम स्तर है। यह नोटबंदी के दौर की तुलना में दोगुने से अधिक है। नोटबंदी के बाद जनता के हाथ में मुद्रा सिमट कर करीब 7.8 लाख करोड़ रुपये रह गयी थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आयी है।
घरेलू उड़ानों में इकनॉमी श्रेणी के आधार किराये पर कंपनी 10% की और बिजनेस श्रेणी में 15% तक की छूट दे रही है।
इंडिगो की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक अगर आप राजामुंद्री से हैदराबाद के लिए 16 जनवरी 2018 का टिकट अभी टिकट बुक कराते हैं तो सिर्फ 999 रुपए देने होंगे
RTI से मिली जानकारी के मुताबिक अबतक जितने नोट गिने गए हैं उनमें 500 के नोटों की कीमत 5.67 लाख करोड़ और 1000 के नोटों की कीमत 5.24 लाख करोड़ रुपए है
सरकार नोट छपाई केंद्रों से लेकर एटीएम एवं बैंक तक जल्द से जल्द करंसी नोट पहुचाने के लिए सभी प्रकार के ट्रांसपोर्ट की मदद ले रही है।
दूसरे के बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवा कर उसे व्हाइट करना काफी महंगा पड़ सकता है। बेनामी कानून के तहत ऐसे लोगों को 7 साल तक की जेल भी हो सकती है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़