एक शोध के अनुसार अमेरिका दुनिया को आर्सेनिक वाला चावल खिला रहा रहा है। इस बात का खुलासा शोध में हुआ है। भारत ने दुनिया को गैर बासमती चावल की सप्लाई रोकी है। उसके बाद से ही दूसरे देश चावल निर्यात ज्यादा कर रहे हैं।
रात में रोटी चावल खाने के नुकसान: भारत में खाना मतलब रोटी और चावल। रात के खाने में भी लोग यही बनाते और खाते हैं। लेकिन, ये नुकसानदेह हो सकता है। कैसे, जानते हैं।
Bharat Chawal: सरकार की ओर से आम जनता को राहत देने के लिए भारत चावल की बिक्री की जाएगी। इसे 29 रुपये प्रति किलो पर बेचा जाएगा।
भारत ने घरेलू जरूरतों को प्राथमिकता देते हुए चावल के बिक्री पर रोक लगा रखी है। इस कारण कंगाल पाकिस्तान को अपने चावल बेचने का मौका मिल गया है। वह चावल बेचकर मोटा मुनाफ कमा रहा है। हालांकि खुद उसके देश में चावल की डिमांड बढ़ रही है।
भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए मई, 2022 में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद जुलाई, 2023 से गैर-बासमती चावल के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है। सरकार ने अक्टूबर, 2023 में चीनी के निर्यात पर भी रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया था।
चावल की महंगाई दर सालाना आधार पर 13 प्रतिशत पर है और सरकार 2024 के आम चुनावों से पहले प्रमुख खाद्य कीमतों को लेकर चिंतित है।
छत्तीसगढ़ में नई बीजेपी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। सरकार के इस बड़े फैसले से राज्य के 67 लाख से अधिक गरीबों को जनवरी 2024 से फ्री में चावल मिलेंगे।
भारत की तरफ से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख कृषि उत्पादों में कॉफी, अरंडी तेल, ताजा फल, तंबाकू, प्रसंस्कृत जूस, मूंगफली, ताजा सब्जियां, औषधीय उत्पाद, मांस, रेशम, ऊन, कपास और डेयरी उत्पाद भी शामिल हैं।
चावल, गेहूं और आटे की खुदरा कीमतों को थामने के लिए सरकार गेहूं और चावल दोनों की साप्ताहिक ई-नीलामी कर रही है।
आजकल दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा है। इसकी एक बड़ी वजह है उन फूड्स का सेवन जो शरीर में बैड फैट और ट्राईग्सिसराइड्स के लेवल को बढ़ाते हैं। ऐसे में एक सवाल हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के सामने ये आता है कि क्या चावल खाना इस स्थिति में फायदेमंद है। अगर नहीं तो क्यों और हम किन अनाजों का सेवन कर सकते हैं।
भारत ने इंडिका सफेद चावल (indica white rice) की विदेशी अनाज बिक्री पर बैन लगा दिया था, जिससे दुनियाभर में इसका असर हुआ और कीमतें आसमान छू रही हैं।
चेहरे पर चावल का पानी लगाने के कई फायदे हैं। ये एंटी एजिंग गुणों से भरपूर है जो कि आपको स्किन से जुड़ी कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं।
केंद्र सरकार ने 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
कर्नाटक सरकार ने ‘अन्न भाग्य’ योजना के तहत चावल देने के लिए केंद्र सरकार ने इस अनाज की मांग की थी, लेकिन उसने स्टॉक की कमी की बात कहकर असमर्थता जता दी थी।
गेहूं और चावल की मौजूदा खरीद से सरकारी भंडारों में खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार बना हुआ है।
सरकार ने ई-नीलामी के जरिये आटा मिलों, निजी व्यापारियों और गेहूं उत्पादों के निर्माताओं को केंद्रीय पूल से ओएमएसएस के तहत 15 लाख टन गेहूं की बिक्री करने की घोषणा की थी।
चालू वित्त वर्ष में भी, पहले दस महीनों में अनाज की कीमतें सालाना आधार पर काफी बढ़ी हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां गेहूं और धान की कीमतें 8-11 फीसदी बढ़ी हैं, वहीं मक्का, ज्वार और बाजरा की कीमतें 27-31 फीसदी बढ़ी हैं।
आमतौर पर धान खरीद का काम, अक्टूबर से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के तुरंत बाद शुरू होता है। हालांकि, दक्षिणी राज्यों खासकर केरल और तमिलनाडु में, यह खरीद कार्य सितंबर से शुरू होता है।
असम के माजुली द्वीप पर उगाए जाने वाले चावल ठंडे पानी में भी पक जाते हैं। इस खास किस्म के चावल को ‘कमल’ नाम से जाना जाता है। अब इसकी खेती पश्चिम बंगाल में भी की जाने लगी है। कमल चावल चमत्कारी गुण के लिए प्रसिद्ध है।
अनियमित बारिश होने और दक्षिण-पश्चिम मानसून के अब तक विदा नहीं लेने की वजह से धान की फसल को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
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