इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी। इस मुलाकत के एक दिन बाद ही इराक की ओर से अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाते हुए रॉकेट दागे गए।
बदले की आग में जल रहे ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया है। ईरान के इस कदम ने दुनियाभर के नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। ईरान के हमलें को लेकर G7 देशों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया, जिसके बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि जवाबी कार्रवाई के बारे में सावधानीपूर्वक सोचे।
बाइडेन ने इजरायल पर ईरानी हमले की निंदा करने के साथ ही अपने नेताओं के साथ आपातकालीन बैठक की और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। उन्होंने इजरायल का समर्थन करने की बात दोहराई। साथ ही आगे की स्थिति पर नजर रखने और हालात को काबू में रखने के लिए जी-7 देशों की बैठक बुलाई है।
अमेरिका ने एक बार फिर चीन को कड़ा संदेश दे दिया है। दक्षिण चीन सागर में चीन की चालबाजियों का जवाब देने के लिए अमेरिका तैयार है। रष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कहा है कि अमेरिका फिलीपींस की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर इन दिनों काफी खफा चल रहे हैं। गाजा में लगातार आम नागरिकों की मौत और उनकी मानवीय मदद करने वाले विदेशी कर्मचारियों की मौत ने बाइडेन का गुस्सा और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू ने बड़ी गलती कर दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गाजा में फिलिस्तीनियों को मानवीय मदद पहुंचाने और इजरायली बंधकों को छुड़ाने के लिए नई पहल शुरू कर दी है। बाइडेन ने मिस्र और कतर के नेताओं से संपर्क कर बंधकों को छोड़ने के लिए हमास पर दबाव बनाने के लिए कहा है।
इजराइल ने हमास के साथ युद्ध के बीच बड़ कदम उठाया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने योजनाओं की घोषणा की है जिसमें गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाना भी शामिल है।
गाजा में इजराइली हवाई हमलों में सहायता कर्मियों के मारे जाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर बातचीत हुई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से पहले जो बाइडेन के लिए बुरी खबर है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक ताजा सर्वे में पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप जो बाइडेन से 7 में से 6 बैटलग्राउंड स्टेट्स में आगे निकल गए हैं। इससे बाइडेन परेशान हो गए हैं।
व्हाइट हाउस में होने वाले इफ्तार के निमंत्रण को अमेरिकी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अस्वीकार कर दिया है। अमेरिकी-मुस्लिम गाजा की घेराबंदी को लेकर इजराइल का समर्थन करने के लिए बाइडन से खफा हैं।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। ऐसे ही एक हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई है। सहायता कर्मियों की मौत को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दुखद बताया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच फोन पर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं के बीच ताइवान, आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हुई। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आने वाले हफ्तों में चीन की यात्रा भी करेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के पत्र का जवाब दिया है। शहबाज ने अमेरिका के साथ मिलकर वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए काम करने की बात कही है।
अमेरिका में ‘ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी’ को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। इस साल 31 मार्च को ईस्टर भी पड़ रहा है और इसी दिन ‘ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी’ घोषित होने पर ट्रंप खेमे ने राष्ट्रपति जो बाइडन को आड़े हाथों लिया है।
अमेरिका में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, तैसे-तैसे बाइडेन और ट्रंप एक दूसरे पर हमलावर होते जा रहे हैं। अब जो बाइडेन ने ट्रंप की निकटतम प्रतिद्वंदी रही निक्की हेली के समर्थकों और ट्रंप से नाराज रिपब्लिकनों को रिझाने का बड़ा दांव खेल दिया है। इससे ट्रंप की चुनौती बढ़ सकती है।
पिछले कई वर्षों में किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ पहला आधिकारिक पत्र लिखते हुए राष्ट्रपति बाइडन ने उनके कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ बातचीत न करने की परंपरा को तोड़ दिया।
रूसी सुरक्षा एजेंसियां अमेरिकी नागरिकों को जासूसी समेत अन्य आरोपों में जेल भेजने का सिलसिला जारी रखा है। इससे रूसी जेलों में अमेरिकी नागरिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए यह चुनौती बन गया है। अमेरिका रूसी कार्रवाई का विरोध कर रहा है। मगर रूस चुन-चुनकर अमेरिकियों को जेल भेज रहा।
गाजा में रमजान के दौरान सीजफायर से जुड़े प्रस्ताव के पक्ष में 15 में से 14 सदस्यों ने वोट किया। वहीं, अमेरिका मतदान में शामिल नहीं हुआ जिस कारण ये प्रस्ताव पास हो गया।
अमेरिका और इजराइल के बीच हाल के दिनों में रिश्तों में तनाव देखने को मिला है। ऐसे में इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल का दौरा करने वाले हैं। ब्लिंकन के इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
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