एक विदेशी मीडिया को दिए पीएम मोदी के साक्षात्कार को लेकर चीन ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-चीन ने सीमा विवादों को हल करने के लिए काफी सकारात्मक प्रगति की है। चीन ने भारत के साथ संबंध सुधरने की उम्मीद जताई है।
'आप की अदालत' में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रजत शर्मा के भारत-चीन मुद्दे पर पूछे गए कई सवालों का जवाब दिया। इस दौरान रजत शर्मा ने ये सवाल किया कि क्या चीन भारत पर आक्रमण कर सकता है? इसपर राजनाथ सिंह ने क्या कहा, जान लीजिए।
भारत ने चीनी नागरिकों के लिए वीजा नियमों में ढील देने का फैसला किया है। भारतीय उद्योंगों को रफ्तार देने के मकसद से सरकार ने यह प्रक्रिया शुरू की है। कहा जा रहा है कि इससे चीनी तकनीशियन आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे और भारतीय उद्योंगों की रफ्तार बढ़ेगी।
अमेरिका ने साफ शब्दों में चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि भारतीय क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के चीन की कोशिशों का यूएस दृढ़ता से विरोध करता है।
चीन की इस गुस्ताखी पर भारत ने दो टूक जवाब दिया है। भारत ने कहा कि नाम बदलने से हकीकत नहीं बदल जाएगी। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था और आगे भी रहेगा।
कैंपबेल ने कहा, ‘हम इसे प्रोत्साहित करना चाहते हैं और इसका समर्थन करना चाहते हैं। हम उस रिश्ते को और गहरा करना चाहते हैं, जो पहले से ही बहुत मजबूत है। दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध अमेरिकी लोगों के वैश्विक स्तर पर अन्य देशों के लोगों से संबंधों की तुलना में सबसे मजबूत हैं।
भारत चीन सीमा पर एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है? भारत के द्वारा लगातार कई बार LAC विवाद को सुलझाने का प्रयास किया गया है लेकिन चीनी सेना व सरकार है जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आती है।
व्हाइट हाउस में रोजाना आयोजित किए जाने वाले प्रेस ब्रीफिंग के दौरान नेशनल सेक्योरिटी काउंसलिंग कोऑर्डिनेटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन जॉन किर्बी द्वारा इस न्यूज को ना ही खारिज किया गया और न ही इसकी पुष्टि की गई है। इस बाबत उन्होंने कहा कि मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है, विवादित सीमा पर भारत-चीन दोनों देशों की ओर से सेना का विस्तार दो परमाणु शक्तियों के बीच सशस्त्र टकराव के जोखिम को बढ़ाता है, जिससे अमेरिकी लोगों और हितों को सीधा खतरा हो सकता है।
जी-20 समिट में भाग लेने आए चीनी विदेश मंत्री छिन गांग विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर से मुलाकात कर सकते हैं। छिन गांग ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहां पहली बार जयशंकर से मुलाकात करेंगे।
कैम्ब्रिज बिजनेस स्कूल ने कहा कि वह राहुल गांधी का फिर से स्वागत करके खुश है। उसने ट्वीट किया, राहुल गांधी केम्ब्रिज बिजनेस स्कूल में व्याख्यान देंगे और बिग डाटा और डेमोक्रेसी तथा भारत-चीन संबंधों पर संवाद करेंगे।
माइक पोम्पिओ ने अपनी किताब में बताया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन किस तरह क्वाड में भारत को शामिल करने में कामयाब रहा।
ड्रोन आज के समय की जरूरत बन गए हैं। ड्रोन के माध्यम से भारत चीन की पीएलए को सबक सिखाने के लिए तैयार है। इसके लिए 2000 ड्रोन का आर्डर दिया गया है। अरूणाचल प्रदेश और गलवान की घटना के बाद से ही ड्रोन की जरूरत महसूस की जा रही थी। यूक्रेन ने ड्रोन की मदद से ही रूसी सैनिकों को क्षति पहुंचाई है।
कुटिल चीन सीमा पर कायराना हरकतें करता रहता है। चीन की ऐसी कुत्सित मानसिकता और चुनौतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत की तैयारियां भी कम नहीं है। भारत अपनी सरहदों को तेजी से ताकतवर बना रहा है। सड़क, सुरंग, पुल सभी के कंस्ट्रक्शन पर तेजी से काम हो रहा है।
2020 में गलवान के बाद 9 दिसंबर 2022 को तवांग में फिर चीन और भारत के सैनिकों की झड़प हुई। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर चीन कभी गलवान, कभी तवांग, कभी डोकलाम...आखिर भारत पर हमले के लिए क्यों आमादा है। इसके पीछे कई अहम कारण है, जिन्हें समझने के लिए पढ़िए पूरी डिटेल।
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवादास्पद सीमा विवाद पर नए सिरे से वाकयुद्ध छिड़ गया है। संजय राउत ने कहा, हम इसे बातचीत के जरिए सुलझाने के इच्छुक हैं लेकिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री आग भड़का रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि सेना की पिटाई हुई है जबकि वास्तविकता इससे अलग है और इस पर सेना का भी बयान आ गया है।
राहुल ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र छीन लिया है, 20 भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी है और ‘अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों को पीट रहा है।’
अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। वहीं वायुसेना भी चीन सीमा के नजदीक युद्धाभ्यास कर रही है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक इंडियन आर्मी की चौकियों पर कब्जा करना चाहते थे, और उन्होंने इसकी पूरी प्लानिंग कर रखी थी।
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