इस समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाग लेंगी, जो चोट लगने के कारण 33 दिनों से घर में ही थीं। समाारोह में कुल 96 सामुदायिक पूजा समितियां भाग लेंगी।
बिलासपुर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान आगे बढ़ने को लेकर दो गुटों में जबरदस्त विवाद हो गया। विवाद के दौरान हुए पथराव में कुछ लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और 2 नाबालिगों को पकड़ा है।
घरों में बाल्टी तथा कंटेनरों में मूर्ती विसर्जन को लेकर भी नियम है, आदेश में कहा गया है कि मूर्ति विसर्जन से पहले मूर्ती के ऊपर से पूजा का सामान तथा कागज वगैरह के फूल उतारना जरूरी है और उन्हें इकट्ठा करके कचरा उठाने वाली गाड़ी को दिए जाने के लिए कहा गया है।
राजस्थान के धौलपुर में मंगलवार को बड़ा हादसा घट गया। यहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान 10 लोग पानी में डूब गए।
रांची जिला प्रशासन ने दुर्गा पूजा आयोजकों से प्रतिमाओं का विसर्जन एक अक्टूबर तक पूरा करने को कहा है, जिससे कि मोहर्रम का जुलूस तीन अक्टूबर को निकाला जा सके।
क्या ममता बनर्जी के राज में हिंदुओं को अपने त्योहार अपने तरीके से मनाने की आज़ादी नहीं है? ये सवाल उठ रहा है उनके ताजा फैसले में जिसमें उन्होंने मुहर्रम की वजह से मां दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन पर एक दिन की पाबंदी लगा दी है।
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