ब्रिक्स समिट को लेकर रूसके राष्ट्रपति व्लदिमीर पुतिन ने बड़ा ऐलान किया है। पुतिन बोले- अगले साल रूस ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा। रूस के कजान शहर में यह समिट आयोजित की जाएगी। जानिए पश्चिमी देशों पर हमलावर होते हुए पुतिन ने क्या बात कही?
ब्रिक्स देशों के 15वें शिखर सम्मेलन में संगठन में 6 नए देशों को एंट्री दी गई है। इस सम्मेलन में शी जिनपिंग के साथ एक ऐसा वाकया हुआ जो चर्चा का विषय है।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में 6 नए देशों को इसका सदस्य बनाया गया है। इसमें अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का नाम शामिल है। पीएम मोदी ने कहा कि इन नए सदस्यों के शामिल होने से संगठन और अधिक मजबूत होगा। उन्होंने सभी नए सदस्य देशों को बधाई दी।
पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के प्रमुखों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं।
मोदी ने सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधान समेत अन्य सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि भारत अब लालफीताशाही को हटाकर लाल कालीन बिछा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त तक चलने वाले 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने अपना संबोधन दिया। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था से लेकर इज ऑफ डूइंग बिजनेस समेत कई मुद्दों पर बात की।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हो रहा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन काफी मायनों में खास है। दुनियाभर के 20 से अधिक देशों ने इस संगठन का भाग बनने की इच्छा जाहिर की है।
दक्षिण अफ़्रीका की अध्यक्षता में जोहान्सबर्ग में आयोजित होने वाले 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने पीएम मोदी आज सुबह रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वह दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति महामहिम सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर 22-24 अगस्त 2023 तक दक्षिण अफ़्रीका गणराज्य का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है। जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त तक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इसमें हिस्सा लेंगे।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भौतिक रूप से न सही, लेकिन अब वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। कहा जा रहा है कि पुतिन के जोहान्सबर्ग में गिरफ्तारी का खतरा था। इस लिए उन्होंने भौतिक रूस से शामिल होने से इन्कार कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का फैसला लिया।
ब्रिक्स संगठन ने आतंकवादियों के सीमा पार आवागमन, आतंकवाद को धन देने वाले नेटवर्क और सुरक्षित आतंकी पनाहगाहों सहित आतंकवाद के सभी स्वरूपों और तरीकों से निपटने का शुक्रवार को संकल्प लिया।
Global Economic slowdown: श्रीलंका में डवांडोल हुए आर्थिक हालात के बीच ब्रिक्स देशों ने सेवा व्यापार बढ़ाने के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है। ताकि वैश्विक मंदी की आहट के बीच अर्थव्यवस्था को संजीवनी पिलाई जा सके। हाल के कई वर्षों में सेवा व्यापार के पक्ष में चीन के दोस्तों का दायरा ज्यादा व्यापक हो गया है।
BRICS Summit: ब्रिक्स देशों के 14वें शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आपसी सहयोग कोविड-19 के नुकसान से उबरने में उपयोगी योगदान दे सकता है।
BRICS Summit 2022: चीन में भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी में बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन से पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
BRICS Summit 2022: विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अलावा 24 जून को मेहमान देशों के साथ वैश्विक विकास पर उच्चस्तरीय संवाद में भी हिस्सा लेंगे।
ब्रिक्स देशों का 14वां शिखर सम्मेलन 23 जून को बीजिंग में डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जाएगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह घोषणा की। चीन इस साल ब्रिक्स का अध्यक्ष है।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगियों का अफगानिस्तान से जाने से एक नया संकट पैदा हो गया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने ब्रिक्स शिखर वार्ता में सभी का स्वागत किया और कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस सम्मिट की अध्यक्षता करना उनके लिए और भारत के लिए खुशी की बात है।
बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में अफगानिस्तान की ताजा स्थिति पर चर्चा होने की उम्मीद है।
भारत की मेजबानी में डिजिटल तरीके से यह बैठक हुई जिसमें भारत ने सीमापार आतंकवाद तथा लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों की गतिविधियों का मुद्दा भी उठाया जिन्हें राजकीय समर्थन प्राप्त है एवं जो शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।
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