भारत बंद के कारण पंजाब में जनजीवन प्रभावित है। बसें सड़कों पर से गायब हैं। पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बंद के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के रास्ते यमुना एक्सप्रेसवे से दिल्ली जाने और परी चौक के रास्ते सिरसा से सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों का आगमन प्रतिबंधित रहेगा।
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज चौथा दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का छिटपुट असर देखा जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर की कई सड़कों पर लंबा जाम लग गया है।
Bharat Bandh: झारखंड में भारत बंद के मद्देनजर सोमवार को पांच हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया। राज्य की राजधानी रांची और पूरे राज्य में आरएएफ, आरपीएफ और सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है।
Bharat Bandh: बंद और प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए RPF और GRP हाईअलर्ट पर हैं। हाल ही में हुई हिंसक घटनाओं की वजह से RPF और GRP हर चीज की गहराई से निगरानी कर रही है। बिहार में 20 जिलों में तो इंटरनेट सेवा ही बंद कर दी गई है।
Bharat Bandh Live Update: कई छात्र संगठनों ने अग्निपथ योजना के विरोध में भारत बंद का ऐलान किया है। यूपी, हरियाणा, बंगाल सहित कई अन्य राज्यों में पुलिस प्रशासन अलर्ट है।
BAMCEF की प्रमुख मांग ये है कि जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए और किसानों को एमएसपी की गारंटी मिलनी चाहिए। इसके अलावा इनकी एक मांग ये भी है कि चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगनी चाहिए।
इस भारत बंद के लिए बहुजन मुक्ति पार्टी और ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एम्प्लाइज फेडरेशन (BAMCEF) मिलकर काम कर रहे हैं। इन्हें बहुजन क्रांति मोर्चा का भी समर्थन मिला है।
इस बंद का असर भारत के कई राज्यों में दिखाई भी देने लगा है। जिसमें केरल और पश्चिम बंगाल से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। लेफ्ट दल और कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां भी इसका समर्थन कर रही हैं।
26 मार्च को चौथा शनिवार और 27 मार्च को रविवार होने की वजह से बैंक बंद थे। अब सोमवार और मंगलवार को हड़ताल होने की वजह से दो दिन और कामकाज बाधित रहेगा। हालांकि SBI पूरी कोशिश में जुटी में है कि ग्राहकों को इस दौरान दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने केंद्र सरकार की कई नीतियों के खिलाफ 28 और 29 मार्च को दो दिवसीय भारत बंद (राष्ट्रव्यापी बंद/Bharat Bandh) का आह्वान किया है। भारत बंद से जुड़ा हर अपडेट जानने के लिए आप हमारे साथ बने रहिए..
इनकी प्रमुख मांगों में श्रम संहिता को समाप्त करना, किसी भी प्रकार के निजीकरण को रोकना, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को समाप्त करना, मनरेगा के तहत मजदूरी के लिए आवंटन बढ़ाना और ठेका श्रमिकों को नियमित करना शामिल है।
21 मार्च से भारत बंद (Bharat Bandh) के वायरल मैसेज को लेकर सरकार के लिए तथ्यों और भ्रामक संदेशों की जांच करने वाली पीआईबी (Press Information Bureau) फैक्ट चेक टीम ने सही जानकारी साझा की है।
नोएडा विकास प्राधिकरण के खिलाफ 27 दिन से चल रहा किसानों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों ने सोमवार को एकबार फिर जोरदार प्रदर्शन किया और बैरियर तोड़कर प्राधिकरण के कार्यालय में घुसकर तालाबंदी करने की कोशिश की। इस दौरान किसानों की पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई।
भारत बंद की वजह से कई लोग जाम में अटके और समय पर दफ्तर नहीं पहुंच पाए इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि जब लॉकडाउन होता है तो लोग तंग तो होते ही हैं। पहले जब लॉकडाउन हुआ तो 1000 किलोमीटर तक लोग पैदल गए।
किसान संगठनों के भारत बंद की वजह से दिल्ली-NCR में भीषण जाम लगा हुआ है। दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर इस समय हजारों गाड़ियां फंसी हुई हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले किसानों द्वारा सोमवार को आहूत 10 घंटे के राष्ट्रव्यापी बंद को कई गैर-राजग दलों ने समर्थन दिया है। एसकेएम ने रविवार को बंद के दौरान पूर्ण शांति की अपील की और सभी भारतीयों से हड़ताल में शामिल होने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने, सभी फसलों के एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी, बिजली विधेयक, 2021 को निरस्त करने और 'एनसीआर और आस-पास के क्षेत्रों में एक्यू प्रबंधन आयोग विधेयक 2021' के तहत किसानों पर मुकदमा नहीं चलाने की उनकी मांगों पर भी सम्मेलन के दौरान चर्चा की गई।
भारतीय रेल ने शुक्रवार को कहा कि केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद का पंजाब और हरियाणा में कुछ जगहों को छोड़कर देशभर में ट्रेन सेवा पर लगभग शून्य असर रहा है।
तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा आज बुलाए गए भारत बंद का असर रेल सेवाओं पर भी पड़ा है। देशव्यापी बंद और प्रदर्शन की वजह से सड़कों पर कई जगह यातायात बाधित हुआ है तो वहीं दूसरी ओर कई ट्रेनें भी हड़ताल की वजह से कैंसिल हो गई हैं।
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