अमरनाथ की पवित्र गुफा से लौटने के बाद कालीमाता मंदिर के पास गहरी खाई में फिसलने से बिहार के श्रद्धालु की मौत हो गई है। पुलिस ने जो जानकारी दी है वो अचंभित करने वाली है।
शनिवार के दिन कुल 21,401 लोग अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। बता दें कि 1 जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा के पहले 5 दिनों में 67 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे थे।
शुक्रवार के दिन कुल 24,445 लोग बाबा अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे। इसमें 17,583 पुरुष, 5,643 महिलाएं, 993 बच्चे, 220 साधु और 6 साध्वी शामिल हैं।
जम्मू से अमरनाथ मंदिर के लिए 7800 से ज्यादा यात्रियों का 10वां जत्था बुधवार को रवाना हो गया है। अब तक करीब 1.4 लाख तीर्थयात्री अमरनाथ मंदिर के दर्शन कर चुके हैं।
नुनवान बेस कैंप से निकलकर पहला पड़ाव चंदनवाड़ी होगा। यहां से महागुणस टॉप फिर शेषनाग और फिर पंजतरनी में यह यात्रा बालटाल से चढ़ाई कर रहे यात्रियों से मिलेंगे।
पवित्र अमरनाथ यात्रा इस बार 62 दिनों तक चलेगी। यात्रा के लिए अभी तक 3 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल की तुलना में इस बार 10 फीसदी ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है। सीआरपीएफ के जवानों के तरफ से तैयारी चल रही है ताकि सुरक्षा में कोई चूक ना हो सके। अब इस एसोसिएशन ने 30% छूट देने का ऐलान किया है।
इस साल पवित्र अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शरू हो रही है। उससे पहले उपराजपाल मनोज सिन्हा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पहली पूजा की।
बाबा बर्फानी की पहली तस्वीरें सामने आई हैं। तस्वीरों में अमरनाथ गुफा और बालटाल का इलाका नजर आ रहा है। चारों ओर बर्फ है और गुफा के भीतर बर्फ का शिवलिंग पूरा बन चुका है। हालांकि ये तस्वीर किसने ली हैं ये पता नहीं चल पाया है।
राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 44वीं बैठक में तीर्थयात्रा का कार्यक्रम तय किया गया।
Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में रविवार को लिड्डर नदी के तट पर 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समापन हो गया।
Amarnath Yatra: अधिकारियों के अनुसार, खराब मौसम और यात्रा समाप्त होने की तारीख पास आने के कारण यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर खत्म होगी।
Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच 1,602 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बृहस्पतिवार सुबह रवाना हुआ।
Amarnath Yatra 2022: गुफा के आस-पास पहाड़ों में बारिश के चलते आज दोपहर करीब 3 बजे जलाशयों और आस-पास के झरनों में बाढ़ आ गई।
Amarnath yatra 2022: रामबन जिले में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश के बाद भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण बंद राष्ट्रीय राजमार्ग को बृहस्पतिवार रात एक तरफ से यातायात के लिए खोल दिया गया था।
Amarnath Yatra: प्रथा के अनुसार,अमरनाथ यात्रा के बीच आषाढ़-पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहलगाम में भूमि-पूजन, नवग्रह पूजन और ध्वजारोहण जैसे अनुष्ठानों का आयोजन किया गया।
Amarnath Yatra 2022: हमें आज तक बताया गया था कि अमरनाथ गुफा की खोज 1850 में हुई थी, जबकि इस पवित्र गुफा और महादेव के हिमलिंग स्वरूप का जिक्र 5वीं शताब्दी में लिखे गए पुराणों से लेकर, 1148 में लिखी गई राजतरंगणि में भी मिलता है।
Amarnath flood: हर जुलाई, हिमालय और पश्चिमी घाट में बादल फटना और अचानक बाढ़ आना सुर्खियां बटोरता है, लेकिन इस तरह के मौसम की घटनाओं की भविष्यवाणी करना चुनौतियों से भरा होता है।
Top 10 News: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने, जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या और श्रीलंका के राजनीतिक संकट समेत दुनियाभर की इस हफ्ते की 10 बड़ी खबरों को पढ़िए यहां
Amarnath Cave Cloudburst: अकश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद आई बाढ़ की घटना में आंध्र पदेश के पांच श्रद्धालु लापता हो गए हैं, इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।''
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