देश की पहली अंडरवाटर मैट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान भी मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलती रहेगी। टेलीकॉम कंपनियां वोडाफोन-आइडिया (Vi) और एयरटेल (Airtel) ने इसके लिए सुरंग में खास IBS सिस्टम का इस्तेमाल किया है।
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने हाल ही में 6 सैटेलाइट्स लॉन्च किए हैं, जिनमें डायरेक्ट-टू-सेल या डायरेक्ट-टू-मोबाइल टेक्नोलॉजी वाले मॉडम लगे हैं। इस सर्विस के जरिए बिना मोबाइल नेटवर्क के भी इंटरनेट एक्सेस और कॉलिंग फीचर को एक्सेस किया जा सकेगा। इसके लिए स्टारलिंक ने अमेरिकी टेलीकॉम कंपनी T-Mobile के साथ साझेदारी की है।
हाल ही में दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल जून के मध्य तक 200 स्थानों पर 4जी सेवाओं की पेशकश करना शुरू कर देगी।
बीएसएनएल ने 4जी नेटवर्क की स्थापना के लिए टीसीएस और आईटीआई को 19,000 करोड़ रुपये से अधिक का अग्रिम ऑर्डर दिया हुआ है। इन उपकरणों को देश भर में 1.23 लाख से अधिक जगहों पर लगाया जाएगा।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे जिस तवांग क्षेत्र में भारत और चीन के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। अब वहां तक भारत ने 4जी नेटवर्क पहुंचा दिया है। इससे ड्रैगन को चिंता होने लगी है। पीएम मोदी की मह्तवाकांक्षी योजना वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज के तहत यह कार्य किया गया है।
बीएसएनएल के चेयरमैन पीके पुरवार ने कहा कि कंपनी की योजना 18 महीनों में लगभग 1.25 लाख 4जी मोबाइल साइट शुरू करने की है।
रिलायंस जियो ने सितंबर 2021 में 20.9 मेगाबाइट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) की औसत डाउनलोड दर के साथ 4जी गति के मामले में शीर्ष स्थान बनाए रखा, जबकि वोडाफोन आइडिया 7.2 एमबीपीएस डेटा गति के साथ अपलोड खंड में शीर्ष स्थान पर रही।
भारत ने आज बड़ी सफलता हासिल की है। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री ने दी है। इस सफलता से पीएम मोदी का आत्मनिर्भर भारत विजन एक कदम और आगे बढ़ गया है।
आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान रिलायंस जियो 4जी नेटवर्क की रफ्तार में मामूली वृद्धि हुई, लेकिन यह निकटतम प्रतिस्पर्धी वोडाफोन आइडिया के मुकाबले तीन गुना अधिक थी।
भारत बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की हो रही है। ऐसे में हाल ही में एक रिपोर्ट जारी हुई है। आईए आपको बताते है उनके बारे में।
आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान रिलायंस जियो 4जी नेटवर्क की गति में मामूली वृद्धि हुई, लेकिन यह निकटतम प्रतिस्पर्धी वोडाफोन आइडिया के मुकाबले तीन गुना अधिक थी।
ट्राई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में 4जी स्पीड में डेटा डाउनलोड के लिहाज से 20.8 मेगाबाइट प्रति सेंकेड (एमबीपीएस) के साथ रिलायंस जियो सबसे आगे रही, डाउनलोड में अपने नजदीकी प्रतिस्पर्धी वोडाफोन के मुकाबले जियो की स्पीड दोगुनी से अधिक थी।
जियो भी 5000 रुपये से कम कीमत के फोन की तैयारी कर रही है। कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक कंपनी कोशिश कर रही है कि इस डिवाइस की कीमत 5000 रुपये से कम रहे, वहीं बिक्री बढ़ने पर ये फोन 3000 रुपये की कीमत पर ऑफर किए जाने की योजना है
कंपनी के एंटरप्राइज ग्राहकों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 3जी सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से 4जी और 4जी आधारित आईओटी एप्लीकेशंस और सेवाओं में अपग्रेड किया जाएगा।
499 रुपये और उससे अधिक के पोस्टपेड प्लान के ग्राहक प्लेटिनम ग्राहक में शामिल होंगे
सस्ती दरों की वजह से भारतीय खर्च कर रहे हैं ज्यादा डाटा
जनवरी के दौरान 4जी डाउनलोड स्पीड के मामले में सबसे आगे रिलायंस जियो रही है
मोबाइल नेटवर्क एक्सपीरियंस रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो का स्कोर एक प्रतिशत बढ़कर 97.5 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो लगभग छह महीने पहले 96.7 प्रतिशत था।
देश में 4जी का इस्तेमाल बढ़ने से बीते साल यानी 2018 में डेटा ट्रैफिक में 109 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एक ताजा अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है।
एमटीएनएल ने 28 सितंबर को सालाना आम बैठक बुलाई है जिसमें कंपनी अधिकृत शेयर पूंजी को 800 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपए करने के प्रस्ताव पर शेयरधारकों की मंजूरी लेगी।
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