ईरान ने इजराइल के हमलों से बचने के लिए अपने एयर डिफेंस को एक्टिव कर दिया है। इस बीच इजराइली सेना पूरी तर से चुप है और उसने ईरान पर हुए हमले को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।
ईरान ने इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से ताबड़तोड़ हमला किया, जिसके बाद इजरायल ने चेतावनी दी है और कहा है कि सही समय आने पर ईरान से सटीक कीमत वसूलेंगे। जानें अबतक क्या हुआ?
ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया, जिसके बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि जवाबी कार्रवाई के बारे में सावधानीपूर्वक सोचे।
इजरायल पर ईरान के हमले ने दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका को बहुत बढ़ा दिया है। इससे पूरे मध्य-पूर्व एशिया में जंग छिड़ने का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा है कि दुनिया अब एक और युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती।
ईरान ने रविवार को इजरायल पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया है। उसके इस हमले का इजरायल भी जवाब देने को तैयार है। ईरान ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वो इससे दूर रहे।
ईरान ने इजरायल पर सौ से भी ज्यादा ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है। इसे लेकर इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने कहा है कि हम इसका करारा जवाब देंगे।
वीडियो में कमांडो जहाज के डेक पर बैठे कंटेनरों के ढेर पर चढ़ गए।जहाज पर चालक दल के एक सदस्य को यह कहते हुए सुना जा सकता है "बाहर मत आओ।" चालक दल का साथी अपने सहयोगियों को जहाज के पुल पर जाने के लिए कहता है, क्योंकि डेक पर और कमांडो आते हैं।
इजरायल और ईरान के बीच लगातार बन रहे युद्ध के हालात के बीच अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सनसनीखेज दावा किया है। रिपोर्ट के अनुसार अगले 48 घंटे में ईरान इजरायल पर हमला कर सकता है। ऐसा हुआ तो इससे पूरा मध्य-पूर्व अशांति के भयंकर गर्त में समा सकता है। इससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका और बढ़ेगी।
एक तरफ जहां इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है तो वहीं अब ईरान भी इजराइल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है। ईरान की ओर से की जाने वाली किसी भी संभावित कार्रवाई को लेकर ईरान ने कड़ा रुख दिखाया है।
रूस की तरफ से यूक्रेन को पर लगातार घातक हमले किए जा रहे हैं। जंग के बीच हुए ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। रूसी सेना के हमले में यूक्रेन का एक पावर प्लांट ध्वस्त हो गया है।
उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। किम ने कहा है कि युद्ध का समय आ गया है और इसके लिए तैयार रहना होगा।
सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल की एयरस्ट्राइक ने अब ईरान-इजरायल युद्ध की आशंका बढ़ा दी है। यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध के खतरे को भी बढ़ा सकता है। इन आशंकाओं के मद्देनजर अमेरिका हाई अलर्ट पर है। उधर ईरान की धमकी के बाद इजरायल भी हवाई हमलों को लेकर अलर्ट मोड में है।
ईरान इन दिनों भीषण संघर्ष की चपेट में है। इजरायल और पाकिस्तान के साथ ईरान के दो आंतिरक प्रांत भी उसे अशांत बना चुके हैं। ताजा संघर्ष में ईरान में दो प्रांतों में संघर्ष के बीच 18 बंदूकधारी मारे गए। वहीं 10 सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई।
पश्चिमी एशिया में मची उथल-पुथल से भारत चिंतित हो गया है। इजरायल से लेकर फिलिस्तीन तक और ईरान से सीरिया तक लगातार युद्ध और हमले का गढ़ बन गए हैं। इससे पश्चिम एशिया का तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल में इजरायली हमले में सीरिया में ईरानी दूतावास के कई कर्मचारी मारे गए हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में गुजरात के सूरत का रहने वाला एक लड़का मारा गया है। युद्ध के दौरान सुरक्षा सहायक के तौर पर काम कर रहे सूरत के हेमिल मांगुकीया की मौत एक ड्रोन हमले में हुई है।
किम जोंग उन की राजनीतिक और सैन्य महत्वाकांक्षाओं पर इसलिए बल मिलता है क्योंकि उत्तर कोरिया ने हाल के समय के दौरान के अत्याधुनिक और लंबी दूरी की मिसाइल परीक्षण किया है।
ईरान के उपग्रह प्रक्षेपण पर अमेरिकी सेना और विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया। अमेरिकी सेना ने देश के अर्द्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड द्वारा 20 जनवरी को किए गए सफल ईरानी उपग्रह प्रक्षेपण को दबे स्वर में स्वीकार किया है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गाजा में भले ही इजरायली सेना संघर्ष विराम के तैयार नहीं हो, लेकिन उसने पूरी तरह लड़ाई खत्म करने का संकेत दिया है। इजरायली सेना के अनुसार उत्तरी गाजा में वह जल्द ही लड़ाई खत्म करने का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि यहां वह अपने लक्ष्य को जीत चुके हैं।
पूरी दुनिया आज विश्व युद्ध अनाथ दिवस मना रही है। इसकी शुरुआत प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद हुई थी। एक फ्रांसीसी संगठन ने युद्ध में अनाथ और अपंग हो चुके बच्चों की जिंदगी को फिर से पटरी पर लाने के मकसद से इसकी शुरुआत की थी। तब से प्रतिवर्ष 6 जनवरी को विश्ययुद्ध अनाथ दिवस मनाने की परंपरा है।
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