रूस ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामरिक परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास का ऐलान किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सामरिक परमाणु हथियार कितने शक्तिशाली होते हैं और कितनी तबाही मचा सकते हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि सैन्य अभ्यास के दौरान परमाणु हथियारों को भी शामिल किया जाएगा। यूक्रेन से जंग के बीच पहली बार रूस ने इस तरह की घोषणा की है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। किम ने कहा है कि युद्ध का समय आ गया है और इसके लिए तैयार रहना होगा।
चीन से चार कदम आगे चलते हुए उत्तर कोरिया परमाणु बम बनाने का पूरा जतन कर चुका है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने चेताया है कि किम जोंग उन अमेरिका से मुकाबला करने के लिए अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने के मद्देनजर यह कदम उठा रहे हैं। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार उत्तर कोरिया के पास 100 से अधिक परमाणु हथियार हैं।
रूस ने यूक्रेन पर फिर बहुत ही घातक प्रहार किया है। इससे यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 5 दर्जन से अधिक इमारतों के परखच्चे उड़ गए हैं। यह हमला क्लस्टर बमों से किया गया है, जो एक बार ब्लास्ट होने के बाद कई छोटे-छोटे बमों में तब्दील हो जाते हैं।
इजरायल के एक मंत्री ने गाजा पर परमाणु बम से हमला करने को भी विकल्प बताकर खलबली मचा दी है। इजरायल के विरासत मंत्री अमीचाई एलियाहू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गाजा पट्टी पर परमाणु बम से हमला करना भी एक विकल्प है।
इजरायल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते तीसरे विश्व युद्ध का खतरा गहराता जा रहा है। ऐसे में अमेरिका ने दुनिया को चौंकाने वाली घोषणा की है। अमेरिका ने ऐलान किया है कि वह ऐसा घातक परमाणु बम बनाने जा रहा है, जो 1945 में जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 24 गुना अधिक विस्फोटक होगा।
अमेरिका और रूस जहां प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जंग मे उलझे हैं। वहीं तेजी से बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा चीन गुपचुप तरीके से अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। जानिए अभी चीन, रूस और अमेरिका के पास कितने परमाणु हथियार हैं। चीन के पास 2030 तक कितने परमाणु बम हो जाएंगे?
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया की बर्बादी का सामान जुटाना शुरू कर दिया है। ये दोनों ही देश उत्तर कोरिया के जानी दुश्मन हैं। अक्सर इन देशों से किम की ठनी रहती है। रूस-यूक्रेन युद्ध में मास्को को परमाणु मिसाइल और गोला-बारूद की आपूर्ति के बदले उन्हें पुतिन से परमाणु बमवर्षक विमान चाहिए।
पाकिस्तान भले ही दाल-रोटी और आटे, चावल व सब्जी के लिए तरस रहा हो, लेकिन वह तेजी से अपने परमाणु जखीरे को बढ़ा रहा है। यह बात हम नहीं कह रहे , बल्कि एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने एक रिपोर्ट में दावा किया है। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक पाकिस्तानी परमाणु हथियारों की संख्या 170 से बढ़कर 200 से अधिक हो सकती है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को लेकर अमेरिका के खुफिया विभाग ने बेहद गुप्त रिपोर्ट जारी की है। बता दें कि ईरान पिछले कई वर्षों से परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम संवंर्धन भी कर रहा है और वह इसके काफी करीब भी पहुंच गया है। मगर खुफिया रिपोर्ट कहती है कि ईरान अभी ऐसा कोई परमाणु हथियार नहीं बना रहा। हालांकि वह सक्रिय है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि बेलारूस भेजे गए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब उनके देश पर कोई खतरा होगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब महाविनाश की ओर आगे बढ़ चुका है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि बेलारूस की टेलीग्राफ एजेंसी के अनुसार बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने साफ कहा है कि आक्रामकता की स्थिति में परमाणु हमले से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि अलेक्जेंडर पुतिन के परम मित्रों में हैं।
इस बार दुनिया के ताकतवर देशों के नेता उस हिरोशिमा शहर में मिल रहे हैं जहां मानव सभ्यता ने अब तक का सबसे बड़ा परमाणु बम का विध्वंस देखा था।
इस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। यही कारण है कि इस ऑपरेशन का नाम स्माइलिंग बुद्धा रखा गया। लेकिन इस परमाणु परीक्षण को करना इतना आसान नहीं था। साथ ही परमाणु परीक्षण होने के बाद भारत को किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा आपको यह भी जानना जरूरी है।
पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को टैंक समेत अन्य घातक हथियार दिए जाने से रूसी राष्ट्रपति पुतिन तमतमा उठे हैं। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और जर्मनी रूस के प्रमुख निशाने पर आ गए हैं। ऐसे में रूस अपना आपा खो सकता है, जिसका परिणाम परमाणु युद्ध में तब्दील हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
पुतिन अपने परमाणु बम के ब्रीफकेस के साथ देखे गए हैं। माना जा रहा है कि ये नाटो देशों को सीधे तौर पर चेतावनी है। स्टेलिनग्राद की लड़ाई में सोवियस जीत की 80वीं वर्षगांठ पर वोल्गोग्राड में जब पुतिन फूल चढ़ा रहे थे, तो उनके बॉडीगार्ड काले बैग के साथ खड़े थे।
लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर परमाणु बम बनाने वाला यूरेनियम का पैकेट पकड़ा गया है, जो पाकिस्तान से भेजा गया था। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इसे ईरान की एक कंपनी को भेजा गया था। कुछ वक्त पूर्व ही अमेरिका ने ईरान के गुप्त परमाणु कार्यक्रमों से दुनिया को खतरे का अंदेशा भी जताया था।
रक्षा मंत्री शोइगु ने कहा, 'हम परमाणु हथियार विकसित करना जारी रखेंगे और अपनी लड़ाकू तत्परता भी बनाए रखेंगे, क्योंकि परमाणु हथियार रूस की सुरक्षा का एक बड़ा कारण रहे हैं और रहेंगे।'
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