मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रही है। इस सीट से कमलनाथ 9 बार जीत चुके हैं। 2019 के चुनाव में इस सीट पर कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ चुनाव जीते थे। 2024 में नकुलनाथ का मुकाबला बीजेपी के विवेक 'बंटी' साहू से है।
लोकसभा चुनावों से ठीक पहले अमरवाड़ा के मौजूदा विधायक कमलेश शाह, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना और छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके ने कांग्रेस छोड़ दी है और कमल नाथ अब छिंदवाड़ा की लड़ाई अकेले ही लड़ रहे हैं।
महापौर के साथ कई अन्य स्थानीय नेताओं ने भी बीजेपी का दामन थामा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के ने छिंदवाड़ा महापौर विक्रम का भाजपा में शामिल होने पर स्वागत किया।
लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता दीपक सक्सेना ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
कांग्रेस और कमलनाथ के करीबी नेता रहे सैयद जाफर के अलावा रतलाम के 64 कांग्रेस के नेताओं ने भी भाजपा ज्वाइन की है। इस मौके पर सीएम मोहन यादव ने कहा भारतीय जनता पार्टी की देश में लहर चल रही है।
छिंदवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है, जो वर्तमान में इस विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' राज्य से गुजर रही है।
लोकसभा चुनाव पर INDIA TV-CNX का ओपिनियन पोल सामने आया है। इस स्टोरी में हम मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के बारे में जानेंगे। इस ओपिनयन पोल में चुनाव से जुड़े सभी सवालों के जवाब टटोलने की कोशिश की गई है।
पिछले दिनों कयास लगाए जा रहे थे कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ी टूट हो सकती है। यहाँ पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के साथ कई कांग्रेसी विधायक और नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि बाद में कमल नाथ ने इसे मीडिया की उपज बताया था। वहीं अब इसे लेकर नकुल नाथ का भी बयान सामने आ गया है।
कमलनाथ ने बुधवार को छिंदवाड़ा के हर्रई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें कई वर्षों से कार्यकर्ताओं का प्यार और विश्वास मिलता रहा है।
कमलनाथ हाल में उस समय चर्चा में आए जब कयास लगने लगे कि वह अपने बेटे और छिंदवाड़ा से मौजूदा सांसद नकुल नाथ के साथ सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे हैं।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के अगले राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच उनके गढ़ छिंदवाड़ा के कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हो गए।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने पर विराम लगाने के लिए अब पार्टी ने शिव का सहारा लिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की धर्म प्रकोष्ठ की अध्यक्ष ऋचा गोस्वामी 22 फरवरी को रुद्राभिषेक करवाने जा रही हैं।
पिछले दो दिनों से कमलनाथ और नकुलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर आज विराम लग गया है। दोनों पिता-पुत्र कांग्रेस में ही रहेंगे बीजेपी में नहीं जाएंगे। इसके पीछे की वजह सामने आई है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में इस समय जबरदस्त भूचाल आया हुआ है। कमल नाथ के कांग्रेस छोड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं इसी बीच अब उनके मंगलवार को अयोध्या जाने की संभावना है।
पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं कि कमलनाथ जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि कांग्रेस ने इसे केवल अफवाह बताया है। लेकिन राजनैतिक घटनाक्रम कुछ अलग ही संदेश दे रहे हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की अटकलों के बीच बड़ी खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि उनकी अभी कमलनाथ से बात हुई है और उन्होंने मीडिया में चल रही बातों को भ्रम बताया है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस से खफा हैं और उनके भाजपा में जाने की कयासबाजी जोरों पर है। ऐसे में जानिए क्या हैं वे 10 प्वाइंट्स जिसे लेकर कमलनाथ की नाराजगी सामने आई है।
संजय राउत ने कहा कि इन लोगों ने पार्टी के नाम पर धन कमाया और अब ये ईडी से डर रहे हैं। यह बेईमान और बेवफा लोग हैं और पार्टियों को छोड़कर जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में आज कांग्रेस को बड़ा झटका लगने वाला है। पार्टी के दिग्गज नेता कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ के साथ भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं। उनके साथ ही पार्टी के कई नेता भी भाजपा का दामन थामेंगे, देखें संभावित लिस्ट-
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने की वजह से वो पार्टी से नाराज हैं। हालांकि इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ से संपर्क बनाए हुए हैं।
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