हमास के आतंकियों पर इजरायल द्वारा लगातार कार्रवाई का जा रही है। इस बीच मुंबई में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम संगठन के लोगों द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान मुस्लिम संगठन के नेताओं ने भारत सरकार से गुजारिश की कि वे अपनी विदेश नीति को बदलें।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिंदू समुदाय के जुलूसों पर हो रही पत्थरबाजी की घटनाओं पर बोलते हुए कहा कि अगर देश के बंटवारे के समय सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते तो आज ये घटनाएं नहीं होतीं।
साल 2020 में महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर सऊदी अरब ने हज यात्रियों की संख्या को सिर्फ 1000 तक सीमित कर दिया। यह कदम अभूतपूर्व था, क्योंकि 1918 की फ्लू महामारी के दौरान भी ऐसा नहीं किया गया था,जब दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जान बीमारी से चली गई थी।
मौलाना सुहैब कासमी का कहना है कि पीएफआई कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शिक्षित मुसलमानों को निशाना बना रहा है। यह स्कूलों और मदरसों में युवाओं को गुमराह करना चाहता है।
मुस्लिम महिला आंदोलन 2007 से एक विधिबद्ध मुस्लिम पारिवारिक कानून की मांग कर रहा है। वहीं बाल विवाह प्रतिबंधक कानून 2006 के तहत इस कानून में मुस्लिम समाज को भी शामिल करने की मांग उठाई जा रही है।
ओवैसी ने कहा, बीजेपी की एक प्रवक्ता ने हमारे पैगम्बर के बारे में अनाप-शनाप बात की लेकिन कांग्रेस से किसी ने विरोध नहीं किया।
ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के कानपुर के घाटमपुर में सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाए गए मदरसे पर बुलडोजर चलाए जाने की घटना का जिक्र किया।
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने 3 दिन पहले कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 2 ‘कमांडर्स’ को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि जिस दिन भारत के मुसलमानों ने अरब देशों से अपने जुल्म की शिकायत कर दी जलजला आ जाएगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की तिलमिलाहट और बेबसी एक बार फिर साफ नजर आई है।
नागरिकता संशोधन बिल में धार्मिक उत्पीड़न के आधार पर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिंदुओं, बौद्धों, सिखों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।
ट्रिपल तलाक पर प्रस्तावित कानून का कड़ा विरोध करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि...
मुसलमानों की सामाजिक एवं धार्मिक तनजीमों के एकछत्र संगठन ने भारतीय मुसलमानों को भड़काने वाले हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी जाकिर मूसा के हाल के एक बयान की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि अपने संविधान में गहरी आस्था रखने वाले हिन्दुस्तानी मुस्लिम ऐसी किसी भी
हिज़्बुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर और अब अलकायदा के आतंकी ज़ाकिर मूसा ने 'गजवा-ए-हिंद' के लिए जिहाद में शामिल नहीं होने पर न सिर्फ़ भारतीय मुसलमानों की आलोचना की है बल्कि उन्हें (मुसलमान) दुनिया के सबसे बेशर्म क़रार दिया है।
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