कहा जा रहा है कि गुजरात कोस्ट लाइन लगातार निशाने पर है क्योंकि पिछले कुछ सालों से कश्मीर की सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। 80 के दशक के पैटर्न को फिर से इस्तेमाल किया जा रहा है।
जब मौसम में अचानक आए बदलाव के बाद आधी रात के आसपास तेज हवाएं चलीं और ऊंची लहरें उठने लगीं, उस वक्त मछुआरे तट के पास लगी हुई नौकाओं में सो रहे थे। एक मछुआरे का शव दोपहर में तट के पास मिला जबकि सात अन्य अब भी लापता हैं।
‘ताउते’ के तूफान से ‘‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील होने के बाद अब इसके सोमवार शाम गुजरात पहुंचने का अनुमान है और रात आठ बजे से 11 बजे के बीच राज्य के तटीय इलाकों से होता हुआ यह आगे बढ़ जाएगा।
चक्रवात ‘तौकते’ ‘‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ में बदल गया है और वह गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया, “इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 (मई) की शाम तक गुजरात तट पर पहुंचने की बहुत संभावना है और यह 18 मई को तड़के पोरबंदर और (भावनगर जिले में) महुवा के बीच से राज्य के तट को पार करेगा।’’
पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब गुजरात में वेरावल से पश्चिम-दक्षिणपश्चिम तट से लगभग 170 किलोमीटर दूर है। भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को यह जानकारी दी।
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की योजना देश की सबसे बड़ी LPG पाइपलाइन बिछाने की है। यह गुजरात के तट से गोरखपुर के बीच बिछाई जाएगी।
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