इमरजेंसी के 48 साल पूरे होने पर बीजेपी आज देश भर में 'काला दिवस' मना रही है। बीजेपी पूरे देश के अंदर सभी जिलों और सभी लोकसभा क्षेत्रों में बड़े सम्मेलन कर रही है।
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आज से 48 वर्ष पहले देश में इमरजेंसी लगाई थी। यह 19 जनवरी 1977 तक लागू रही थी। इस दौरान देशभर में एक लाख से भी ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई थी और उन्हें जेल में बंद रखा गया था।
CJI DY Chandrachud Spoke on Emergency in 1975: देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा वर्ष 1975 में लगाई गई इमरजेंसी की चर्चा समय-समय पर होती रहती है। इसे लेकर कई बार पक्ष और विपक्ष में तकरार भी हो चुकी है। मगर इमरजेंसी का यह फैसला देश के माथे पर ऐसा कलंक बन चुका है कि जिसका जिक्र यदा-कदा हो ही जाता है।
Uttarakhand News: उत्तराखंड की धामी सरकार ने आपातकाल के दौरान जेल गए लोगों को मिलने वाली पेंशन राशि को बढ़ा दी है। अब इन लोगों को 20 हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे।
कंगना रनौत ने कन्फर्म कर दिया है कि उन्हें डेंगू हुआ है।
इमरजेंसी में सरकार स्थिति को देखते हुए नीतियां लागू कर सकती है। जिसके लिए संसद की मंजूरी नहीं लेनी होती। साथ ही बडे़ फैसले लिए जा सकते हैं। श्रीलंका में भारी प्रदर्शनों को देखते हुए कई बार इमरजेंसी लागू की गई है।
UP: पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि देश में इमरजेंसी के इतने दिनों बाद भी उसकी याद सिहरन पैदा कर देती है। "स्वतंत्र भारत में इमरजेंसी लागू होते ही लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनकर नागरिकों की आजादी को कुचल दिया गया था"।
आपातकाल में जिस तरह से लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन किया गया था, उसे भारत में लोकतंत्र की हत्या की तरह देखा गया। इसका जवाब लोगों ने चुनाव में इंदिरा गांधी और संजय गांधी को हराकर दिया था।
आपातकाल लगने के 46 वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन सभी लोगों को याद किया जिन्होंने आपातकाल लगाए जाने का विरोध किया था और भारतीय लोकतंत्र को बचाया था।
आपातकाल लगने के 46 वर्ष पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 1975 में एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिए आपातकाल को थोपा गया था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया आपातकाल एक ‘गलती’ थी।
इक्कीस महीने बाद जब चुनाव हुए तो जनता ने कांग्रेस को उखाड़ फेंका। इंदिरा गांधी और संजय गांधी चुनाव हार गए। जो नई सरकार बनी उसने संविधान में ऐसे बदलाव किए कि अब किसी के लिए इमरजेंसी लगाना मुश्किल है। जनता के अधिकारों को छीनना अब आसान नहीं है।
इंदिरा गांधी सरकार द्वारा 1975 में आज ही के दिन लागू की गई इमर्जेंसी की बरसी पर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जबर्दस्त हमला बोला है।
इतिहास में 25 जून का दिन भारत के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है। आज ही के दिन 1975 में देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई जिसने कई ऐतिहासिक घटनाओं को जन्म दिया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि आपातकाल के दौरान जिन लोगों को जेल भेजा गया था, उन्हें पेंशन और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली के हस्ताक्षर के बाद 25-26 जून 1975 की रात को देश में आपातकाल लागू कर दिया गया, यह आपातकाल लगभग 21 महीने यानि 21 मार्च 1977 तक लागू रहा।
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