Year Ender 2023: इस साल डिफेंस स्टॉक्स पर काफी फोसल रहा है। इस कारण अन्य सेक्टर्स की तुलना में डिफेंस कंपनियों ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है।
भारत लगातार अपने दुश्मनों को मजा चखाने के लिए हथियारों को अपडेट कर रहा है। इसी क्रम में कार्ल गुस्ताफ एम-4 एक ऐसा हथियार है, जिसका निर्माण भारत में ही होगा। इसकी खासियत आपको हैरान कर देगी। यह हथियार चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ा देगा।
इजरायल-हमास युद्ध के लेकर भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने बड़ा बयान दिया है। सांसद अमी बेरा ने कहा कि जब तक दोनों तरफ से निर्दोषों की हत्या की जाती रहेगी, तब तक लोगों को मिलकर शांति से रहने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों को जीने का अधिकार है और इजरायल को अपनी रक्षा का।
रक्षा अधिग्रहण परिषद(DAC) ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लिया है। DAC ने 7,800 करोड़ रुपए की पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यक्ता की स्वीकृति(AoN) को मंजूरी दे दी है।
भारत अब 400 किलोमीटर रेंज का स्वदेशी लॉन्ग रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल बनाने जा रहा है। यह मिसाइल जमीन से हवा में दुश्मन के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। यह मिसाइल तीन लेयर की होगी।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के लिए सिर्फ वैगनर चीफ येवगिन प्रिगोझिन ही मुसीबत नहीं हैं, बल्कि उनके कई अपने अंदर ही अंदर बगावत का बिगुल बजा चुके हैं। इसलिए पुतिन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुतिन के खिलाफ साजिशों की फेहरिस्त लंबी है। रूसी रक्षामंत्री सर्गेई पर भी शक की सुइयां घूम रही हैं।
ईरान और अमेरिका के संबंध लंबे समय से खराब चल रहे हैं। इस बीच ईरान ने हाईपरसोनिक मिसाइल का निर्माण करने का दावा करके अमेरिका को टेंशन में डाल दिया है। दावा किया जा रहा है कि इसकी गति ध्वनि की गति से 15 गुना तेज है। यह 1400 किलोमीटर तक मार कर सकती है।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ नई दिल्ली में मुलाकात की है। इस दौरान दोनों देश रक्षा के क्षेत्र में जल से लेकर थल और नभ में तकनीकी सहयोग, उच्च प्रौद्यौगिकी हस्तांतरण करते हुए साथ काम करने को इच्छुक हैं। दोनों देश डिफेंस सेक्टर में नया रोडमैप तैयार करने वाले हैं।
मात्र 10 साल में रक्षा निर्यात के मोर्चे पर 23 गुना की वृद्धि वैश्विक रक्षा निर्माण क्षेत्र में भारत की बढ़ती धाक को प्रदर्शित करती है।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने इशारों ही इशारों में चीन को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अपनी सामरिक स्वायत्तता बरकरार रखने और अपने उभरते कद के अनुरूप नई जिम्मेदारियां उठाने के मद्देनजर भारत के लिए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करें और सैन्य उपकरणों के आयात पर निर्भरता कम करें।
अब देश की महिलाएं भी सेना में प्रमुख पदों और विभागोंं में भर्ती होकर दुश्मनों के लिए चुनौती पेश कर रही हैं। अब भारतीय सेना ने पहली बार अपनी तोपखाना रेजीमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है, जिनमें से तीन की नियुक्ति चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात दस्तों में गई है।
विशेष प्रकार का मानव रहित विमान मिलने से भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ने वाली है।. इस मानव रहित हवाई यान (यूएवी) का नाम 'नागास्त्र' है, जो कि भारतीय सेना के लिए किसी "ब्रह्मास्त्र" से कम नहीं होगा। खास बात यह है कि नागपुर की एक भारतीय कंपनी को ही इसकी आपूर्ति करने का ठेका मिला है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल की अधिकारी को रक्षा विभाग में अहम पद से नवाजा है। राष्ट्रपति बाइडन के प्रशासन में कई अन्य भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को एक आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कुछ लोगों ने भगवान राम को कभी समझा ही नहीं और न कभी अपने हृदय से लगाया।
राजनाथ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने लिखा, रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा भारतीय प्रतिभा में हमारे विश्वास की पुष्टि है।
बजट को आने में कुछ ही दिन बाकी हैं, वहीं डिफेंस सेक्टर यानि रक्षा क्षेत्र को बजट- 2023 से काफी उम्मीदें है, वहीं पिछले 3 वर्षों में इस क्षेत्र की ओर सरकार ने बेहतरी के साथ ध्यान दिया है।
Sarkari Naukri: रक्षा मंत्रालय में 1700 से ज्यादा पदों पर वैकेंसी निकली है। इच्छुक उम्मीदवार इस भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते हैं, यहां देखें भर्ती डिटेल
वे दिन गए जब भारत की फौज अपने हथियारों के लिए विदेशों पर निर्भर रहा करती थी। नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्वदेशी रक्षा क्षेत्र के विकास पर पूरा जोर दिया है और ये उपकरण उसी पहल का सबूत हैं।
France Keen to Participate in India's Defense Industries: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की महत्वाकांक्षी परियोजना ने रक्षा के क्षेत्र में भी भारत को गजब की स्पीड दे दी है। अब भारत डिफेंस कोरिडोर पर भी सैन्य साजो-सामान और युद्धक उपकरणों के निर्माण की ओर तेजी से कदम बढ़ा चुका है।
Indian Army vs US & China Army:वह दिन दूर नहीं जब भारतीय सेना की ताकत कई गुना तक बढ़ जाएगी। अभी सक्रिय सैनिकों के मामले में चीन के बाद भारत दुनिया की सबसे बड़ी दूसरी सेना है। वहीं सबसे बड़ी सेनाओं के मामले में अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना है।
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