पिछले दो साल के दौरान देशभर में एटीएम (आटोमेटेड टेलर मशीन) की संख्या में 597 की कमी आई है।
साइबर हमले के खतरे को देखते हुए सरकार ने देशभर के कुछ ATMs को बंद कर दिया है। सरकार ने यह कदम सुरक्षा के मद्देनजर आठाया है। हालांकि आरबीआई ने इंकार किया है।
सार्वजनिक क्षेत्र का भारतीय स्टेट बैंक (SBI) एक नई सुविधा शुरू करने जा रहा है, जिसमें बैंक के मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल कर एटीएम से पैसा निकाला जा सकेगा।
नोटबंदी के बाद कैश निकासी तेजी से घट रही है। यह इस तथ्य से साबित होता है कि 24 मार्च को समाप्त सप्ताह में कैश निकासी 32,500 करोड़ रुपए रही।
बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प ने एक महीने में तीन पूरी तरह से ऑटोमैटिक ब्रांच खोले हैं। ग्राहक एटीएम का इस्तेमाल कर सकेंगे। बैंक ने कॉस्ट कटिंग के लिए उठाया कदम।
रेलगाड़ी, लेवल क्रॉसिंग और ट्रैक के पास वाली जगहों पर विज्ञापन लगेंगे और प्रमुख स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर 2,000 से ज्यादा ATM लगाने की पेशकश की है।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि कैश विड्रॉल की अधिकतम सीमा एक जनवरी से हटाई जा सकती है, क्योंकि रोजाना 25-30 करोड़ नोट छापे जा रहे हैं।
नोटबंदी के बाद नकदी समस्या से निजात दिलाने के लिए एप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला कैब्स ने निजी क्षेत्र के यस बैंक के साथ साझेदारी की है।
महीने की पहली तारीख को देश भर में बैंकों में आज एक बार फिर लंबी कतारें और भीड़ देखने को मिली। लेकिन, एटीएम ने आज भी लोगों को धोखा दे दिया।
श के कुल ATM का करीब 40 प्रतिशत यानी 82,500 एटीएम 500 और 2000 रुपए के नए नोटों की निकासी करने के अनुकूल बना लिए गए हैं।
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