राजस्थान के जालौर में आज अशोक गहलोत ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। गहलोत ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर इस बार मोदी जी जीत गए तो दोबारा चुनाव भी नहीं होंगे।
डोटासरा ने कहा, ‘‘वर्ष 2014 में जब से मोदी जी आए उसके बाद में एक से एक प्रहार लोकतंत्र पर किये जा रहे हैं। दूसरी विपक्षी पार्टियों पर किये जे रहे हैं। संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है।’
वैभव गहलोत अपने पिता के साथ तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के साथ ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु पहुंचे थे। अब लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब वैभव गहलोत को पार्टी ने जालोर-सिरोही से प्रत्याशी बनाया है तो वह दक्षिण भारत में क्या कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के तीन नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं, जिसमें अशोक गहलोत के करीबी हनुमान सिंह खांगटा और सचिन पायलट के खास पप्पूराम डारा ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है।
राजस्थान के कई कांग्रेस नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद अशोक गहलोत बोले कि कई लोग कह रहे हैं कि उनके ऊपर केन्द्रीय एजेसिंयों का दबाव है इसलिए भाजपा में जा रहे हैं। ये वक्त किसी दबाव के आगे झुकने का नहीं है बल्कि लोकतंत्र को बचाने और देश के भविष्य के लिए संघर्ष करने का है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ओटीएस (ऑफिसर्स ट्रेनिंग स्कूल) में अस्थायी आवास में रह रहे हैं, क्योंकि सीएम का आधिकारिक आवास गहलोत द्वारा खाली नहीं किया गया था। सीएमओ अधिकारियों ने पुष्टि की कि शर्मा होली के बाद बंगले में आएंगे।
राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष वैभव गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गहलोत इस्तीफा देते हुए बीजेपी की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें कि वैभव गहलोत राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं।
भारत रत्न को लेकर देशभर में चर्चा छिड़ी हुई है। आज अशोक गहलोत ने भी इस सम्मान को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। गहलोत ने अपने ट्वीटर हैंडल पर कहा कि ये सम्मान सिर्फ चुनावी लाभ के लिए हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर एक पोस्ट करके अपने प्रशंसकों को चिंता में डाल दिया है। दरअसल, उन्होंने एक पोस्ट करके खुद के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा,‘‘दुष्कर्म, महिलाओं पर अत्याचार, हत्या की घटनाएं डेढ़ महीने में कितनी हुई हैं, आप गिनती कर लीजिए। ये भाजपा वाले राजस्थान में किस मुंह से हमें बदनाम कर रहे थे?’’
करणपुर विधानसभा सीट की जनता ने अपना समर्थन कांग्रेस के उम्मीदवार को दिया है। उन्होंने प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए सुरेंद्रपाल सिंह को सिरे से नकार दिया है। आइए अब जानते हैं कि अब सुरेंद्र सिंह टीटी के पास क्या-क्या विकल्प हैं?
अन्नपूर्णा योजना के नाम से यह स्कीम वसुंधरा राजे के शासनकाल में शुरू की गई थी। फिर गहलोत सरकार ने वसुंधरा सरकार के 5 रुपये में नाश्ता और 8 रुपये में खाना खिलाने वाली अन्नपूर्णा योजना का नाम बदलकर इंदिरा रसोई कर दिया था।
राजस्थान सरकार ने एक अहम घोषणा करते हुए पूर्ववर्ती गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई योजना को बंद कर दिया है। बता दें कि इस योजना का नाम राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम है।
राजस्थान में विधानसभा सत्र के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट समेत लगभग सभी कांग्रेसी विधायक काली पट्टी बांधकर सदन पहुंचे थे। ये कदम संसद से विपक्षी सांसदों को निलंबित करने के खिलाफ उठाया गया था।
विपक्षी दलों का गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले आज दिल्ली में चौथी बैठक करने जा रहा है। हालांकि, इससे पहले कांग्रेस ने 'नेशनल अलायंस कमेटी' का गठन किया है जिसमें गहलोत-भूपेश को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर भजन लाल शर्मा ने शपथ ले ली है। उनके साथ डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने भी शपथ ली है। इस कार्यक्रम के दौरान कई रोचक घटनाएं देखने को मिलीं।
भरतपुर से ताल्लुक रखने वाले 56 वर्षीय भजन लाल शर्मा ब्राह्मण समाज से आते हैं। भजन लाल शर्मा राजस्थान की सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। गहलोत ने भजनलाल शर्मा को भाजपा के विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी है।
अशोक गहलोत ने कहा कि अगर कांग्रेस ने इतने समय तक सीएम नहीं चुना होता, तो वे बहुत चिल्लाते। इस पर सीपी जोशी ने कहा कि हमारे केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं और विधायक दल की बैठक जल्द ही होगी।
राजस्थान के विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने एक समीक्षा बैठक की जिसमें एकजुट होकर अगले लोकसभा चुनावों में उतरने की बात हुई है।
राजस्थान में सरकार बदलने के साथ ही आईएएस अफसर अखिल अरोड़ा एसीबी के रडार पर आ गए हैं। डीओआईटी के दफ्तर से मिले गोल्ड और कैश के मामले में उन पर जल्द ही एफआईआर दर्ज हो सकती है। एसीबी ने इसे लेकर सरकार से अनुमति मांगी है।
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