Friday, March 29, 2024
Advertisement

सावधान! ये लोग कभी न करें तंबाकू का सेवन, हो सकता है जानलेवा

एचआईवी मरीजों में तंबाकू के सूंघने, चबाने या धूम्रपान में इस्तेमाल से मौत का खतरा दोगुना हो जाता है। शोध में यह भी कहा गया है कि दुनिया भर में धूम्रपान को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों से एचआईवी पाजिटिव धूम्रपानकर्ताओं में कोई अंतर नहीं नजर आया है।

India TV Lifestyle Desk India TV Lifestyle Desk
Published on: June 05, 2017 15:15 IST
smoke- India TV Hindi
smoke

हेल्थ डेस्क: हम ये बात तो अच्छी तरीके से जानते है कि तंबाकू हमारी सेहत के लिए कितना खतरनाक है। यह हमारी सेहत के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। लेकिन जो लोग एचआईवी से ग्रसित है उन लोगों को तंबाकू खाना दोगुना जानलेवा साबित हो सकता है।

एचआईवी मरीजों में तंबाकू के सूंघने, चबाने या धूम्रपान में इस्तेमाल से मौत का खतरा दोगुना हो जाता है। शोध में यह भी कहा गया है कि दुनिया भर में धूम्रपान को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों से एचआईवी पाजिटिव धूम्रपानकर्ताओं में कोई अंतर नहीं नजर आया है।

एंटीरिट्रोवायरल थेरपी (एआरटी) की खोज और इसकी आसान पहुंच ने एचआईवी पीड़ित बहुत से लोगों में इस घातक बीमारी से एक स्थायी बीमारी में बदल दिया है।

एचआईवी पीड़ित व्यक्ति एआरटी के साथ अब करीब सामान्य जीवन प्रत्याशा पा सकता है और उसकी आयु सिर्फ पांच साल कम हो सकती है।

हालांकि, तंबाकू के इस्तेमाल से जीवन की जोखिम वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसमें दिल संबंधी बीमारियां, कैंसर और पल्मोनरी रोग व जीवाणु न्यूमोनिया, ओरल कैडियासिंस और टीबी शामिल हैं।

ये भी पढ़े:

इस शोध का प्रकाशन 'लैंसेट ग्लोबल हेल्थ' में किया गया है। शोधकर्ताओं ने कहा है कि इस तरह एचआईवी पाजिटिव धूम्रपानकर्ताओं में बिना धूम्रपान वाले एचआईवी पाजिटिव लोगों की तुलना में खोए गए जीवन का औसत आयु करीब 12.3 साल है, जो सिर्फ एचआईवी संक्रमण से खोने वाले जीवन अवधि की तुलना में दोगुना है।

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Health News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement