हेल्थ डेस्क: लोगों में मेंटल हेल्थ की समस्याऐं आए दिन बढ़ती जा रही है और ऐसे लोगों को तुरंत मनोवैज्ञानिक सलाह और उचित इलाज की जरूरत है। यूसी ब्राउजर पर पर "कॉस्मॉस इंस्टीट्यूट ऑफ मैन्टल हेल्थ एंड बिहेवियरल साइंसेज" (सीआईएमबीएस) और "लाइव हिंदुस्तान" के संयुक्त सर्वेक्षण में जो बातें सामने आई है उसके अनुसार 38 फीसदी लोगों में गंभीर मानसिक हेल्थ विसंगतियां सामने आई। ऐसे लोगों को तुंरत मेडिकल सलाह की जरूरत बताई गई हैं।
50 हजार लोगों पर किया गया सर्वे
यूसी ब्राउजर के प्लेटफार्म पर इस सर्वेक्षण को किया गया और इसमें कुल 50 हजार लोगों ने हिस्सा लिया है। इस सर्वे में शामिल लोगों से 10 सवाल पूछे गए थे। ये सभी सवाल सीआईएमबीएस ने सुझाए थे। इन सवालों को इस तरह से तैयार किया गया था कि लोगों के जवाब का आकलन करने के बाद उनकी वास्तविक मानसिक स्थिति को जाना जा सकें।
लोगों को जागरुक करना सर्वेक्षण का उददेश्य
इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यही था कि पाठकों को मानसिक स्वास्थ्य की मुश्किलों को लेकर जागरूक किया जा सके, साथ ही इसके खतरे के प्रति आगाह किया जा सके। सर्वे "यूसी ब्राउजर" के प्लेटफार्म पर किया गया। भारत से सबसे बड़े कंटेंट वितरण प्लेटफार्म पर सर्वे का लाभ मिला कि इसमें ज्यादा से ज्यादा लोग हिस्सा ले पाए। "यूसी ब्राउजर" अत्याधुनिक 'बिग डाटा तकनीक' का इस्तेमाल करते हुए हर यूजर के लिए व्यक्तिगत होमपेज का अनुभव देती है। सर्वे में हिस्सा लेना इसलिए और आसान हो गया क्योंकि यह मोबाइल पर था जिससे उसकी गतिविधियां उसी तक सीमित थी।
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