हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुलाकात की। इस मुलाकात में ममता बनर्जी ने केजरीवाल को समझाया कि, भाजपा और कांग्रेस के साथ एक साथ लड़ने की बजाय सिर्फ मोदी और भाजपा के खिलाफ लड़े। दोनों ही मुख्यमंत्रियों ने कई मुद्दों पर बातचीत की, दोनों का ही मुख्य केंद्र भाजपा को तोड़ना था। एक सूत्र के अनुसार, “अरविंद केजरीवाल को ममता की सलाह थी कि दोनों पार्टियों से एक साथ ना लड़ें। उन्होंने समझाया कि दोनों से एक साथ लड़ने पर आम आदमी पार्टी ही कमजोर होगी। इसकी जगह कांग्रेस और आप को मिलकर भाजपा पर निशाना साधना चाहिए।” (नहीं रहे केंद्रीय मंत्री अनिल माधव, PM मोदी ने जताया शोक)
मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि चर्चा का मुख्य केंद्र राजनीतिक मुद्दों पर बात करना था। उन्होंने साथ ही इस बात का भी दावा किया कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में AAP और TMC साथ में चुनाव लड़ेंगे। एक सूत्र ने कहा, “सभी धर्म निरपेक्ष पार्टियों को विभिन्न राज्यों में फैली सांप्रदायिकता के खिलाफ एक साथ आना होगा। केजरीवाल और आप फिलहाल मुश्किल दौर से गुजर रही हैं।” लेकिन एक AAP नेता ने बताया, “कांग्रेस और AAP एक दूसरे के खिलाफ हैं। इनका साथ आना मुश्किल है।”
एक वरिष्ठ टीएमसी नेता ने कहा, “राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए ममता बनर्जी केजरीवाल और सोनिया गांधी को जोड़ने का काम कर रही हैं।” ममता बनर्जी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 27 अगस्त को पटना में लालू यादव की रैली में भी बनर्जी मौजूद रहेंगी, लेकिन इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव पर तमाम विपक्ष को एकजुट करने के लिए ममता ने बड़ा प्लान तैयार कर रखा है।