नई दिल्ली: पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वालों पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि अभियान पर और चर्चा करना भारतीय सेना द्वारा किए गए सराहनीय कार्य का अपमान होगा।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, इस तरह की गैर जिम्मेदाराना टिप्पणियों और मांगों पर जवाब देने की कोई जरूरत नहीं है। सौभाग्य से, कांग्रेस ने अपनी गलती महसूस की है और अपने नेताओं की टिप्पणियों से खुद को अलग किया है, आप ने भी यह अत्यंत स्पष्ट कर दिया है।
नायडू ने कहा कि भारतीय सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर किसी को भी कोई संदेह नहीं है जिसने सराहनीय कार्य किया है और अभियान पर आगे चर्चा करना बल का अपमान होगा। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि किसी भारतीय नागरिक को कोई संदेह है। भारतीय सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर कोई भी संदेह नहीं कर रहा है। इसने सराहनीय कार्य किया यदि हम आगे चर्चा करते हैं तो यह सेना का अपमान होगा।
नायडू ने कहा कि सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने अभियान के बारे में स्वयं ही पूरा ब्योरा दिया था और सर्वदलीय बैठक में भी सूचना साझा की। उन्होंने पूछा कि क्या आगे का ब्योरा जारी करना राष्ट्रहित में होगा।