लखनऊ: मुलायम सिंह यादव का पारिवारिक कलह थमने का नाम ही नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक चौंकाने वाले इंटरव्यूह के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज यहां साफ कहा कि अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने अभी मुख्यमंत्री पद के लिए अभी कोई नाम तय नही किया है और चुनाव के बाद विधायक ही अपना नेता ख़ुद चुनेंगे।
ग़ौरतलब है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव ने कल एक अंग्रेज़ी दैनिक के साथ बातचीत में कहा ता था कि अगर चुनाव में किसी ने साथ न दिया तो वह अकेले ही चुनाव प्रचार करेंगे। अखिलेश के इस बयान को परिवार में बढ़ती कलह के रुप में देखा जा रहा है। परिवार में सब कुछ ठीक नही है इसका अंदाज़ा अखिलेश के इस बयान से भी लगाया जा सकता है जब उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना नाम ख़ुद रखा था।
चाचा भतीजे में हो चुका है धमासान
अभी कुछ दिन पहले ही अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल यादव को मंत्री पद से हटा दिया था और मुलायम के हस्तक्षेप के बाद उनकी बहाली हुई थी। इसके बाद अखिलेश ने घोषणा की थी कि चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के चयन में उनकी राय ली जानी चाहिये।
चुनाव रथ और साइकल साथ चलेगी
अखिलेश के बयान के छपने के 24 घंटे के भीतर मुलायम सिंह ने प्रेस कॉंफ़्रेस में कहा कि चुनाव के बाद पार्टी विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव होगा। मुलायम ने ये कहकर भी अखिलेश को एक संदेश दे डाला कि 25 साल में उनकी वजह से पार्टी आज यहां तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि जनता ने उनका नेतृत्व देखा है और जनता को उनकी पार्टी पर विश्वास है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में चुनावी रथ और साइकल साथ चलेगी।
ख़ुद नाम रखने की बात पर मुलायम ने कहा कि इसमें कौन सी बड़ी बात है। अखिलेश की मां अक़्सर बीमार रहती थीं इसलिए उसकी परवरिश मेरी बहनों ने की थी। पारिवारिक कलह पर मुलायम ने कहा कि तीन पीड़ियों से उनका परिवार एकजुट है और कलह की बातें बेबुनियाद हैं।
मुलायम ने कहा कि चुनाव में उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी और किसी अन्य पार्टी के साथ कोई गठबंधन नही होगा।
रनों की झड़ी लगाने वाला परफ़ेक्ट बल्लेबाज़ हूं
अखिलेश यादव ने इंटरव्यूह में कहा है कि उनको कुछ समय के लिए किनारे किया जा सकता है, लेकिन हराया नहीं जा सकता। "मुझे हराना आसान नहीं, मैं अपने दम पर लड़ना जानता हूं। राज्य के लोगों को मुझपर भरोसा है और वो मुझे दोबारा सत्ता में वापसी कराएंगे। उन्हें समझ में आ गया है कि विपक्ष के नौसिखिया कहने के बाद भी मैं इतना काम कर सकता हूं तो फिर अपनी दूसरी पारी में मैं राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाऊंगा। मैं कोई दिखावा नहीं कर रहा हूं लेकिन रनों और रिकॉर्ड्स की झड़ी लगाने वाले एक परफेक्ट बल्लेबाज की तरह मेरे विकास के काम मुझे दोबारा सत्ता दिलाएंगे।"