लखनऊ: साइकिल चुनाव चिन्ह हासिल करने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि वह पिता मुलायम सिंह यादव को साथ लेकर चलेंगे। पिता के साथ अपने रिश्ते को अटूट बताते हुए अखिलेश ने कहा कि अगला चुनाव मुलायम के मार्गदर्शन में लड़ा जाएगा।
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अखिलेश ने पिता से उनके आवास पर मुलाकात की। साइकिल चुनाव निशान मिलने के बाद से यह दूसरी मुलाकात थी। इसके बाद लगता है कि मुलायम के रूख में नरमी आयी है लेकिन मुलायम खेमे ने मीडिया से दूरी रखी। सतर्कता बरतते हुए हालांकि अखिलेश खेमे ने चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दिये जाने की आशंका के चलते उच्चतम न्यायालय में कैवियेट दाखिल किया था।
पिता-पुत्र की मुलाकात के बाद खबर है कि मुलायम ने अखिलेश से कहा है कि वह उनके (मुलायम) खेमे द्वारा चुने गये 40 प्रत्याशियों को बरकरार रखें। अखिलेश ने कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि दोनों ही सूचियों में 90 फीसदी से अधिक प्रत्याशी एक ही हैं। हम उम्मीदवारों की सूची को जल्द अंतिम रूप देंगे।
उन्होंने कहा कि इस समय उनकी प्राथमिकता राज्य में सपा सरकार बनाना है। अखिलेश ने वायदा किया कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे। अखिलेश ने कहा, मैं नेताजी (मुलायम) को साथ लेकर चलूंगा, उनके साथ मेरा रिश्ता अटूट है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन था कि साइकिल हमें ही मिलेगी। कम समय बचा है। बड़ी जिम्मेदारी है और मैं हर किसी को साथ लेकर चलूंगा।
सपा के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल भी शाम को राजधानी पहुंचे और कांग्रेस से गठजोड़ की बात को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए सीधे मुख्यमंत्री आवास का रूख किया। पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो चुकी है। मुलायम को करारा झटका देते हुए चुनाव आयोग ने कल साइकिल चुनाव निशान अखिलेश खेमे को दे दिया और उनके खेमे को ही समाजवादी पार्टी के रूप में मान्यता दी। इस प्रकार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश का हौसला बुलंद है।
वीआईपी सुरक्षा जोन में अखिलेश के आवास के बाहर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा और वे बोलो दिल से, अखिलेश भइया फिर से के नारे लगा रहे थे। कल चुनाव निशान मिलने के बाद अखिलेश ने रात पिता से मुलाकात कर बाद में तीन पुरानी तस्वीरें ट्वीट कीं। इनमें से एक तस्वीर उनके पिता के साथ है। दो तस्वीरें एक जनवरी को हुए राष्ट्रीय अधिवेशन की हैं, जिन पर संदेश लिखा है...साइकिल चलती जाएगी, आगे बढती जाएगी। इसी अधिवेशन में अखिलेश को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था।
अखिलेश के आवास पर सुबह से ही पार्टी कार्यकर्ता, विधायक और मंत्री जुटने लगे थे। निकट सपा मुख्यालय पर टिकटार्थियों की भीड भी जमा हुई। मुलायम अपने आवास पर ही रहे जो मुख्यमंत्री आवास से महज चंद कदम दूर है। मुलायम ने भाई शिवपाल यादव के अलावा अंबिका चौधरी एवं अपने करीबी अन्य नेताओं से मुलाकात की।