इंफाल: मणिपुर विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ओर से प्रचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार 25 फरवरी को इंफाल आ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इंफाल दौरे का पूर्वोत्तर के विभिन्न आतंकी संगठनों का साझा मंच कोआर्डिनेशन कमेटी (कोरकाम) ने बहिष्कार किया है।
छह उग्रवादी समूहों की समन्वय समिति (को-कॉम) ने शनिवार (25 फरवरी) को सुबह छह बजे से बंद का ऐलान किया है। को-कॉम का कहना है कि बंद प्रधानमंत्री मोदी के इम्फाल छोड़ने तक प्रभावी रहेगा। पुलिस का कहना है कि प्रधानमंत्री के एक घंटे के राज्य के दौरे के दौरान कानून एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
प्रदेश में बीजेपी का सीधा मुकाबला कांग्रेस पार्टी से है। बीजेपी की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि इस बार भी पार्टी की तरफ से किसी CM कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया जाएगा। पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी।
मणिपुर के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के भावानंद सिंह ने कहा, 'मणिपुर चुनाव के लिए बीजेपी का चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व और उनके काम ही होंगे। मणिपुर के लिए किसी चेहरे की घोषणा क्यों नहीं की गई, इसका कारण तो शीर्ष नेतृत्व ही दे सकते हैं। शायद एक वजह यह भी हो सकती है कि प्रदेश में इसके लिए एक से अधिक उपयुक्त चेहरे हों।'
आपको बता दें कि कोरकाम के साझा मंच ने मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और असम में सुरक्षा बलों पर हाल के दिनों में कई बार हमले किए हैं। कोरकाम की धमकी के मद्देनजर पुलिस का कहना है कि राज्य में सुरक्षा-व्यवस्था को बेहद पुख्ता बनाया गया है, ताकि कोई भी प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान किसी तरह का खलल न डाल पाए। कोरकाम ने आरोप लगाया है कि केंद्र हमेशा से पूर्वोत्तर क्षेत्र की उपेक्षा करता रहा है।