Friday, April 19, 2024
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सपा में 'दंगल', पार्टी से निकाले गए रामगोपाल, शिवपाल बोले- 'घर के ही लोग 3 बार बीजेपी से मिले'

लखनऊ: समाजवादी पार्टी में बड़ा भूचाल आया है, रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी से निकाल दिए गए हैं। शिवपाल यादव यादव ने रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकालने का ऐलान किया है।

India TV News Desk India TV News Desk
Updated on: October 23, 2016 22:12 IST
shivpal singh- India TV Hindi
shivpal singh

लखनऊ: समाजवादी पार्टी में बड़ा भूचाल आया है, रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी से निकाल दिए गए हैं। शिवपाल यादव यादव ने रामगोपाल यादव  को 6 साल के लिए पार्टी से निकालने का ऐलान किया है। शिवपाल यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि रामगोपाल यादव भ्रष्टाचारियों से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा रामगोपाल यादव के बेटे और बहू घोटाले में फंसे हैं।

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‘पार्टी में रहूं या न रहूं, अखिलेश के साथ हमेशा रहूंगा’

समाजवादी पार्टी में जारी गृहयुद्ध में आज जो सबसे बड़ा एक्शन हुआ, वो रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाला जाना है। रामगोपाल यादव ने बयान जारी कर कहा,  मुझे पार्टी से निकाले जाने का दुख नहीं है, लेकिन मुझ पर झूठे आरोप लगाए जाने से पीड़ा हुई। मुझे ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं और CBI की कोई भी जांच मुझ पर या मेरी फैमिली पर नहीं है। किसी भी दल के नेता से मुलाकात करना एक सामान्य शिष्टाचर होता है। मैं पार्टी में रहूं या न रहूं, अखिलेश के साथ हमेशा हूं।’

घर के ही लोग बीजेपी से 3 बार मिल चुके

मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने के बाद शिवपाल यादव ने बिना नाम लिए रामगोपाल यादव पर बड़ा हमला किया। समर्थकों को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि बहुत दिनों से हमें कमजोर करने का षडयंत्र चल रहा था। हमारे घर के ही लोग बीजेपी से 3 बार मिल चुके थे। सीबीआई से बचने के लिए मिले थे और ये गिरोह बना कर रहते थे। मुख्यमंत्री को ये सब समझ में नहीं आ रहा..वो नादान हैं। शिवपाल ने कहा कि उन्हें बर्खास्त होने की चिंता नहीं है जनता उनके साथ है मुलायम के नेतृत्व में चुनाव में जाएंगे।

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अखिलेश के विरोधी भ्रष्टाचारी

इससे पहले आज सुबह रामगोपाल यादव  ने कार्यकर्ताओं के नाम एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें वरिष्ठ नेताओं को भी कठघरे में खड़ा किया था। चिट्ठी में उन्होंने लिखा-

प्रिय साथियों,

हम चाहते हैं कि माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बने..वे चाहते हैं कि हर हालत में अखिलेश हारें..हमारी सोच पोजिटिव है, उनकी निगेटिव..माननीय मुख्यमंत्री के साथ वे लोग हैं जिन्होंने पार्टी के लिए खून बहाया है..अपमान सहा है..उधर वे लोग हैं जिन्होंने हजारों करोड़ रुपये कमाए है, व्याभिचार किया है और सत्ता का दुरुपयोग किया है..जनता को भ्रमित करने के लिए कुछ लोग मध्यथस्ता करते हैं, बयानबाजी करते हैं..

बहकावे में आने की जरूरत नहीं है..रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस है इस फांस को और बढ़ाना है..अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे..न डरें ना विचलित हों

जहां अखिलेश है वहां विजय है...

अमर सिंह के करीबियों को अखिलेश की कैबिनेट में जगह नहीं

इससे पहले सीएम अखिलेश यादव ने अपने वफादार नेताओं के साथ हुई बैठक में एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने चाचा और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया। उनके साथ तीन अन्य मंत्रियों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। 

शिवपाल के अलावा नारद राय, शादाब फातिमा और ओम प्रकाश सिंह को भी बाहर कर दिया गया है। यही नहीं, अखिलेश ने जया प्रदा को भी फिल्म विकास परिषद से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। सीएम अखिलेश ने मीटिंग में कहा कि जो भी अमर सिंह का करीबी है वह मेरी कैबिनेट में नहीं रहेगा।

अखिलेश ने कहा, 'मैं ही नेताजी का उत्तराधिकारी'

रिपोर्ट्स के मुताबिक अखिलेश ने मीटिंग में कहा कि पार्टी में विवाद पैदा करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। अमर सिंह हमारा घर तोड़ना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा कि अमर सिंह के साथी हमारे साथ नहीं रह सकते। मैं ही नेताजी का उत्तराधिकारी हूं। पार्टी नेताजी की है वही फैसला करें।

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