लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि उनकी सरकार योजनाओं को पारदर्शी ढंग से लागू करने का प्रयास कर रही है और मौका मिलने पर वह इस कार्य को और अधिक मजबूती से पूरा करने की कोशिश करेगी। अखिलेश ने यहां अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित लाभार्थियों को नये राशन कार्ड के वितरण कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि उनकी सरकार ने समाज के हर वर्ग तथा प्रदेश के प्रत्येक हिस्से के लिये विकास योजनाएं शुरू की है।
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सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए सरकार पारदर्शी ढंग से योजनाओं को लागू करने का प्रयास कर रही है। मौका मिलने पर समाजवादी सरकार इस कार्य को और अधिक मजबूती से पूरा करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित सभी लाभार्थियों को जल्द ही नया राशन कार्ड उपलब्ध कराएगी। योजना के तहत तीन करोड़ 17 लाख से अधिक राशन कार्डों की छपाई का कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नवीन कार्डों का वितरण 15 दिनों में सुनिश्चित करें।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए मशीन के प्रयोग को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए अखिलेश ने कहा कि जल्द ही लखनऊ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सभी दुकानों पर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करा दी जाएगी। इस बीच, नये राशनकार्ड पर अपनी तस्वीर छापे जाने के औचित्य सम्बन्धी सवाल पर अखिलेश ने कहा कि सरकार ने अगर काम किया है तो उसका प्रचार भी होना चाहिये।
इधर, कांग्रेस और भाजपा ने राशनकार्ड पर मुख्यमंत्री की तस्वीर छापे जाने की आलोचना की है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी ने संवाददाता सम्मेलन में इस बाबत पूछे जाने पर कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। ऐसे में राशनकार्ड पर मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं छापी जानी चाहिये थी। यह गलत है।
भाजपा प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि जिस योजना के तहत राशनकार्ड पर राशन दिया जाएगा, वह केन्द्र सरकार ने शुरू की है, लिहाजा कार्ड पर मुख्यमंत्री के बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर होनी चाहिये थी। उन्होंने कहा कि राशनकार्ड पर मुख्यमंत्री की फोटो छापना सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास है।