नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी के मसले पर पूछा कि पीएम टीवी और कॉन्सर्ट में बोल सकते हैं, लेकिन संसद में क्यों नहीं बोल सकते? नोटबंदी पर संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को भी हंगामा हुआ। लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, राज्यसभा भी कई बार स्थगित करनी पड़ी। इस बीच, बता दें कि विपक्ष सदन में नोटबंदी पर मोदी के बयान की मांग कर रहा है।
ग़ौरतलब है कि संसद शुरू होते ही दोनों सदनों में विपक्ष ने नोटबंदी पर हंगामा किया। इसके पहले राहुल गांधी ने संसद परिसर में कहा कि जब पीएम टीवी और पॉप कॉन्सर्ट में बोल सकते हैं, क्यों पार्लियामेंट में नहीं बोल सकते।
दोपहर को बारह बजे के करीब राज्य सभा हंगामा के चलते 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेसी नेता आरएस सुरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी के चलते 13 दिन में 70 लोग मारे गए। क्या पीएम इनके परिवार वालों से माफी मांगेंगे?
उधर लोक सभा में भी हंगामा रहा। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी कह रहे हैं कि इस देश की 86% करेंसी ब्लैकमनी है तो यह स्टेटमेंट बहुत ही शर्मनाक है।
यहां भी 12 बजे के करीब नोटबंदी और पीएम को सदन में बुलाने की की मांग को लेकर विपक्ष ने भारी हंगामा किया और इसके बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
बीजेपी पार्लियामेंट्री पार्टी की मीटिंग में अरुण जेटली ने कहा, ''जनता नोटबंदी के फैसले का स्वागत कर रही है। एक ओर राहुल गांधी कह रहे हैं कि मोदी अपने मंत्रियों की नहीं सुनते, दूसरी ओर कहते हैं कि पीएम ने अपनी पार्टी को पहले ही बता दिया था। दोनों बातें कैसे हो सकती हैं?''
उन्होंने कहा कि नोटबंदी ऐतिहासिक है। इससे गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी। ये फैसला देश हित में है। ये फैसला कितना बड़ा है, ये हमें सोचना है। 500 और 1000 के नोट देश की करंसी का 86 फीसदी हिस्सा हैं। सवा लाख बैंकों, पोस्ट ऑफिसों और एटीएम में करंसी छापकर पहुंचाना कितना कठिन है। एटीएम को रिकैलिबरेट करने में साढ़े चार घंटे लगते हैं।'