चेन्नई: अन्नाद्रमुक के बागी नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने पार्टी की दिवंगत सुप्रीमो जयललिता की तस्वीरें सरकारी कार्यालयों से हटाने की द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन की मांग के लिए उन पर हमला करते हुए कहा कि यह राजनीतिक अभद्रता का संकेत है।
- 'चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी बनेगा राजस्थान'
- माओवादी, नक्सलवादी और कई आतंकवादी संगठन भाजपा को दुश्मन मानते हैं: मुरलीधर
अपने तीखे बयान में उन्होंने कहा कि जयललिता को लोग उनके कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए प्यार करते थे और अगर सरकारी कार्यालयों से उनकी तस्वीरें हटाने की कोई भी कोशिश की गयी तो वे बेकाबू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी तस्वीरें हटाने से वह लोगों के दिलों से नहीं निकल जाएंगी।
विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन ने तमिलनाडु की मुख्य सचिव गिरिजा वैद्यनाथन से मुलाकात की थी और एक आवेदन सौंपकर जयललिता की तस्वीर हटाने की मांग की। स्टालिन ने कहा कि चूंकि जयललिता को आय के ग्यात स्रोतों से अधिक संपत्ति मामले में दोषी ठहराया गया इसलिए उनकी तस्वीरें सरकारी कार्यालयों और स्थानीय निकाय प्रतिष्ठानों में नहीं होना चाहिए।