नई दिल्ली: नोटबंदी से उपजी समस्याओं और इसकी वजह से होने वाले सुधारों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से आवाह्न किया कि वे भारत को एक कैशलेस सोसाइटी बनाने में मदद करें। 'मन की बात' कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को मेरा निर्णय पसंद आया है और यही युवा मेरे सच्चे साथी हैं।
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'युवा हैं मेरे सच्चे सिपाही'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत ऐसा देश है कि जिसके पास 65% जनसंख्या, 35 साल से कम उम्र की है। आप मेरे देश के युवा और युवतियों को मेरा निर्णय पसन्द आया है। मैं ये भी जानता हूं कि आप इस निर्णय का समर्थन करते हैं और इस बात को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने के लिए बहुत योगदान भी करते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'लेकिन दोस्तो, आप मेरे सच्चे सिपाही हो, आप मेरे सच्चे साथी हो। माँ भारती की सेवा करने का एक अद्भुत मौका हमारे सामने आया है, देश को आर्थिक ऊंचाइयों पर ले जाने का अवसर आया है।'
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'कैशलेस' नहीं, पहले 'लेस-कैश' सोसाइटी बनाई जाए
युवाओं को अपना साथ देने का आवाह्न करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'क्या आप नौजवान मेरा साथ देंगे? जितना आज की दुनिया का अनुभव आपको है, पुरानी पीढ़ी को नहीं है। आप ऐप, ऑनलाइन बैंकिंग, ऑनलाइन टिकट बुकिंग आदि के बारे में जानते हैं और लोगों को यही चीज सिखाने में हमें आपकी मदद चाहिए। हमारा सपना 'कैशलेस सोसाइटी' का है।' पीएम मोदी ने कहा कि शत-प्रतिशत कैशलेस सोसाइटी संभव नहीं, लेकिन भारत लेस-कैश (जिसमें कैश की कम से कम जरूरत पड़े) की शुरुआत कर सकता है।'
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'उम्मीद है कि देश के युवा निराश नहीं करेंगे'
पीएम मोदी ने कहा कि यदि अभी 'लेस-कैश' सोसाइटी की शुरुआत होती है तो कैशलेस सोसाइटी की मंजिल ज्यादा दूर नहीं होगी। पीएम मोदी ने लेस-कैश सोसाइटी बनाने में युवाओं के श्रम, समय और संकल्प की मांग करते हुए कहा, 'मुझे विश्वास है कि आप मुझे कभी निराश नहीं करेंगे, क्योंकि हम सब हिंदुस्तान के ग़रीब की ज़िंदगी बदलने की इच्छा रखने वाले लोग हैं।'
'कम से कम 10 परिवारों को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सिखाएं युवा'
पीएम मोदी ने कहा, 'हर बैंक ऑनलाइन सुविधा देता है और सबके पास अपनी मोबाइल ऐप है। बस आपको ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के बारे में घंटा-दो घंटा निकालकर कम से कम 10 परिवारों को इस टेक्नॉलजी के बारे में सिखाना है।' पीएम ने कहा कि देश की सेवा का अवसर मिला है और इस मौके को गंवाना नहीं है।