नई दिल्ली: राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के नगरोटा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित हुई। विपक्ष ने नगरोटा में शहीद हुए अधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि देने की मांग की। उन्होंने नोटबंदी के बाद बैंकों की लाइन में खड़े होने के दौरान जान गंवाने वालों को भी श्रद्धांजलि देने की मांग की।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू के पास नगरोटा में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए दो अधिकारियों समेत सात जवानों को श्रद्धांजलि देने की मांग की।
बसपा नेता मायावती, जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव और समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने भी आजाद का समर्थन किया।
विपक्ष ने नोटबंदी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान के साथ हालात पर संक्षिप्त बहस की मांग करते हुए नियम 267 के तहत दो नोटिस दिए।
विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया और सभापति के आसन के पास पहुंच गए।
सदन के नेता अरुण जेटली ने विपक्ष को आश्वासन दिया कि सरकार दोनों मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है, लेकिन फिर भी हंगामा बंद नहीं हुआ, जिसके चलते सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।