पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद और कांग्रेस के रुख से इतर विमुद्रीकरण का समर्थन किए जाने से उत्पन्न राजनीतिक विवाद के बीच नीतीश ने राजद संसदीय बैठक में मंगलवार देर शाम भाग लेते हुए 500 और 1000 नोट पर रोक लगाए जाने को लेकर अपने बयान के बारे में चर्चा की।
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राबडी देवी के आवास पर आयोजित राजद संसदीय बोर्ड की बैठक में भाग लेने मुख्यमंत्री के पहुंचने के समय पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद अपने पुत्र और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ मौजूद थे। राजद के कुछ विधायकों ने अपना नाम खुलासा नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि मुख्यमंत्री ने 500 और 1000 नोट पर रोक लगाए जाने को लेकर अपने बयान के बारे में सफाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सैद्धांतिक तौर पर विमुद्रीकरण का समर्थन करते हैं, पर वे इसके क्रियान्वयन के लिए उचित प्रबंध नहीं किए जाने की भी निंदा की है।
नीतीश ने नोटबंदी का समर्थन किए जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात और प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत होने से संबंधित मीडिया रिपोर्ट को भी खारिज किया। उन्होंने राजद विधायकों से अपील की वे नोटबंदी को लेकर अपने सैद्धांतिक समर्थन को लेकर कुछ मीडिया संगठनों के बेबुनियाद खबरों से प्रभावित न हों।