नई दिल्ली: मणिपुर में पहली बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। पार्टी ने एन बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री चुना है। मजे की बात यह है कि बीरेन कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद संभाल चुके हैं। पिछले साल अक्टूबर में ही वे कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी से जुड़े थे। बीरेन सिंह कभी नेशनल लेवल के फुटबॉलर भी रह चुके हैं। 56 साल के एन बीरेन सिंह बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
ऐसा रहा बीरेन सिंह का फुटबॉल के मैदान से सियासत के मैदान तक का सफर
बीरेन सिंह ने 2002 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत क्षेत्रीय पार्टी, डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी से जुड़कर की। वे राज्य की हेनगांग विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। वर्ष 2004 के विधानसभा चुनाव से पहले इस पार्टी का विलय कांग्रेस पार्टी में हो गया।
वर्ष 2007 और 2012 में हुए चुनाव में भी वे अपनी सीट बरकरार रखने में सफल रहे। बीरेन मंत्री के रूप में राज्य के कई विभागों का कार्यभार संभाल चुके हैं। बीरेन एक समय मणिपुर के निवर्तमान मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के खास सहयोगी थे।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीरेन हेंनगांग सीट से चुनाव जीते हैं। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के पांगीजम सरतचंद्र सिंह को शिकस्त दी है।
अखबार चलाने के लिए बेची थी जमीन
राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर रह चुके बीरेन सिंह ने बाद में पत्रकारिता को करियर बनाया। उन्होंने स्थानीय भाषा में एक दैनिक अखबार की शुरुआत की थी। अखबार चलाने के लिए उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली दो एकड़ जमीन बेचनी पड़ी थी। उनका अखबार जल्द ही स्थापित हो गया। लेकिन राजनीति में आने के लिए साल 2001 में उन्होंने अपना अखबार दो लाख रुपये में बेच दिया। चुनाव लड़े और विधायक बन गए।
जब छोड़ा कांग्रेस का हाथ
2016 अक्टूबर में बीरेन ने अंसतोष जाहिर करते हुए इबोबी सिंह सरकार और कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद अक्टूबर 2016 में वो आधिकारिक तौर पर बीजेपी में शामिल हो गए।