श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध टूटने के आसार जताए जा रहे हैं। ये आसार पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के नई दिल्ली दौरे से बने हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, महबूबा दिल्ली जाने वाली हैं। वह सोमवार दोपहर को दिल्ली के लिए रवाना हो सकती हैं। सूत्रों ने हालांकि यह नहीं बताया कि महबूबा का दिल्ली दौरा राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत एक बार फिर शुरू होने के अनुमानों से प्रेरित है या नहीं।
पीडीपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू सोमवार सुबह वहीद-उर-रहमान के साथ नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। रहमान राज्य के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के राजनीतिक सलाहकार रह चुके हैं। राज्य में इन ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों से पीडीपी हलके में यह उम्मीद जगी है कि भाजपा के साथ बातचीत के रास्ते फिर से खुल गए हैं। सरकार गठन पर दोनों दलों की बातचीत को उस समय झटका लगा था, जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा था कि सरकार गठन से पहले पीडीपी की कोई भी शर्त नहीं मानी जाएगी।
पीडीपी और भाजपा में फिर से बातचीत शुरू होने की उम्मीदों को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के रविवार उस बयान से भी बल मिला है कि भाजपा जम्मू एवं कश्मीर में सरकार गठन और इसे चलाने को लेकर पूर्व में बने एजेंडे को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस बीच यहां मिली रिपोर्टों के अनुसार, पीडीपी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग राज्य में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए पिछले तीन दिनों से लगातार प्रयास कर रहे हैं। बेग पीडीपी-भाजपा गठबंधन के पक्षधर रहे हैं। उनका मानना है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन राज्य के तीनों क्षेत्रों के हित में है।