नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकार के नोटबंदी के निर्णय से लोगों को हो रही परेशानी के खिलाफ शिव सेना, नेशनल कांफ्रेंस और आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया। संसद भवन परिसर से शुरू हुए मार्च में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए।
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ये नेता 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद किए जाने से संबंधित सरकार के कदम को लेकर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपेंगे। मार्च में करीब 40 सांसद शामिल हुए। शिव सेना के सांसद आनंदराव अडसुल ने कहा कि वह नोटबंदी के फैसले के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उसके तरीके के खिलाफ हैं।
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अडसुल ने कहा, ‘हम इस फैसले के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि जिस प्रकार उसे लागू किया गया, उस तरीके के खिलाफ हैं। इस मुद्दे पर हम तृणमूल का समर्थन करते हैं। इस फैसले को पूरी तैयारी के साथ लागू किया जाना चाहिए था।’ आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद भगवंत मान, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुल्तान अहमद और शिव सेना सांसद अरविंद सावंत भी मार्च में शामिल हुए।