कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय नबन्ना के पास स्थित टोल प्लाजा से सैन्य कर्मियों को आज देर रात हटा लिया गया जैसी मांग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की थी। पत्रकार दूसरे हुगली पुल के टोल प्लाजा पर गए और पाया कि सैन्यकर्मी वहां पर नहीं हैं। सैन्यकर्मियों के लिए बनाये गए एक अस्थायी शेड को भी हटा दिया गया है।
सैन्यकर्मियों को हटाने के बारे में सेना की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उधर, सेना का कहना है कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। यह द्विवार्षिक अभ्यास का हिस्सा है, जिसका मकसद वाहनों की आवाजाही के बारे में आंकड़े इकट्ठा करना है। सेना ऐसा अभ्यास पूरे देश में करती है। राज्य सचिवालय में पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘सेना के जवान यहां क्यों तैनात किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यद्यपि अभी भी नबन्ना में ही हैं जिन्होंने टोल प्लाजा से सैन्यकर्मियों के हटने तक कार्यालय छोड़ने से इनकार कर दिया था। इससे पहले, आज रात सेना ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल पुलिस की पूरी जानकारी और समन्वय के साथ नियमित अभ्यास कर रही है।
सेना की पूर्वी कमान ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, सेना पश्चिम बंगाल पुलिस की पूरी जानकारी और समन्वय के साथ नियमित अभ्यास कर रही है। यह अटकल गलत है कि सेना टोल प्लाजा का नियंत्रण ले रही है। कोलकाता पुलिस ने हालांकि कहा कि उसने सेना के इस अभ्यास पर सुरक्षा कारणों और यातायात समस्या की वजह से आपत्ति जताई थी।