नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के बनासकांठा में एक डेयरी प्लांट का उद्घाटन करते हुए रैली को संबोधित किया। नोटबंदी से परेशान देशवासियों को उन्होंने संदेश दिया कि यह परेशानी महज 50 दिन की है यानी 31 दिसंबर के बाद से हालात सामान्य हो जाएंगे।
मोदी ने कहा कि मैंने कभी अपना नहीं, देश का भला सोचा है। हमारे राष्ट्रपति अच्छा राजनीतिक अनुभव रखते हैं। राष्ट्रपति ने सदन की कार्यवाही पर आपत्ति जताई। मुझे लोकसभा में बोलने नहीं दिया जाता, इसलिए मैंने जनसभा में बोलने का निर्णय लिया।
उ न्होंने विपक्षी दलों से कहा, मेरा खुलकर विरोध कीजिए, आलोचना कीजिए, लेकिन लोगों को ऑनलाइन लेन-देन करने का प्रशिक्षण दीजिए। ठीक उसी तरह जिस तरह चुनाव के समय हम लोगों को वोट देने के लिए ट्रेंड करते हैं।
मोदी ने हिंदी में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मैं गुजराती नहीं बोल रहा हूं, ताकि पूरे देश को पता चले कि बनासकांठा में क्या हो रहा है।
बकौल मोदी, मैं आपके बीच प्रधानमंत्री नहीं, इसी धरती की संतान के रूप में आया हूं। एक वक्त था, जब कच्छ और बनासकांठा के लोग पलायन करते थे, क्योंकि यहां कामधंधा नहीं था, लेकिन अब ऐसा नहीं है।