नई दिल्ली: शुक्रवार को आरएसएस ने जहां आरक्षण विरोधी बयान देकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी वहीं बीजेपी के पूर्व महासचिव केएन गोविंदाचार्य ने सरकार के नोटबंदी के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से शहरों से गांवों की तरफ पलायन बढ़ गया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विचारक गोविंदाचार्य ने शुक्रवार को नागपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नोटबंदी और इसके कारण उपजे हालात पर अपना राय रखी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के असर का आंकलन करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। नोटबंदी की वजह से लोगों के रोज़गार छिन गए और वे शहरों से गांवों की तरफ पलायन कर गए हैं।
गोविंदाचार्य ने कहा कि ‘‘नोटबंदी के असर का आकलन करने के लिए सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की। शहरों में काम कर रहे गांवों के लोग काम न होने के कारण घर लौट रहे हैं।''
नागपुर के जीएच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे गोविंदाचार्य ने इस कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत की। उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर कहा कि जीडीपी आधारित विकास का मॉडल देश में बेरोजगारी बढ़ा देगा।