नई दिल्ली: संसद के निचले सदन लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर जारी हंगामे के बीच सोमवार को एक बार फिर सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। वहीं, राज्यसभा को भी विपक्षी पार्टियों के हंगामे के कारण स्थगित करना पड़ा। वहीं सड़क पर भी विपक्षी दल भारत बंद के आवाह्न के साथ उतरे हुए हैं। हालांकि भारत बंद अभी तक अधिकांश जगहों पर निष्प्रभावी ही रहा है।
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लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल के संचालन की कोशिश की, लेकिन हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इस बीच, केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले का विरोध कर रहे विपक्षी दल सोमवार को एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने सड़क पर भी उतर गए । आमतौर पर एक-दूसरे की विरोधी पार्टियां भी आज इस मामले पर साथ हैं। प्रमुख विपक्षी पार्टियों में सिर्फ जनता दल यूनाइटेड JD (U) और तृणमूल कांग्रेस ही 'जन आक्रोश दिवस' के नाम के इस अखिल भारतीय विरोध का हिस्सा नहीं हैं।
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरू से ही नोटबंदी के पक्ष में हैं और इस मामले पर उन्होंने कई बार मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है। वहीं ममता बनर्जी वैसे तो नोटबंदी का विरोध कर रही हैं, लेकिन उन्होंने भारत बंद का समर्थन नहीं करने की बात कही है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM), बहुजन समाज पार्टी (BSP), आम आदमी पार्टी (AAP) और समाजवादी पार्टी (SP) ने ऐलान किया है कि वे इस विरोध में हिस्सा ले रहे हैं।