नई दिल्ली: राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने बुधवार को सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले सभापति ने बजट सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही में लगातार व्यवधान उत्पन्न किए जाने पर नाराजगी जाहिर की। अंसारी ने प्रश्नकाल समाप्त होते ही सदन की कार्यावाही स्थगित करते हुए सदस्यों से 'आत्ममंथन' करने को कहा कि किस प्रकार लगातार व्यवधान के कारण सदस्यों को जनहित के मुद्दों पर प्रश्नों और चर्चा के माध्यम से कार्यकारिणी की जवाबदेही के अवसर का लाभ उठाने का मौका नहीं मिला।(एक शहर, जहां आलू-प्याज से भी सस्ते बिकते हैं काजू!)
अंसारी ने कहा, "नियमित और लगातार व्यवधान इस सत्र की पहचान बन गया। संसदीय कार्यवाही को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए सांकेतिक गरिमापूर्ण विरोध प्रदर्शन को नहीं अपनाया गया।" सभापति ने कहा कि सदन के सभी हिस्सों ने नियमों की अनदेखी की। सदन में केवल तभी शांति कायम रही, जब श्रद्धांजलि भाषण पढ़े गए।
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
वहीं लोकसभा की कार्यवाही भी बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही स्थगित करते हुए कहा कि एक माह के बजट सत्र के दौरान लगभग 176 घंटे काम हुआ। महाजन ने सभा को बताया कि इस दौरान कई तरह के व्यवधानों के कारण 8.12 घंटे बर्बाद हुए। लोकसभा में इस सत्र के दौरान 28 बैठकें हुईं। इस सत्र को 'उपयोगी और फलदायक' करार देते हुए महाजन ने कहा कि इस बजट सत्र के दौरान लोकसभा ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सहित 23 विधेयक पारित किए।
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