नई दिल्ली: कांग्रेस पर अलगाववादियों की भाषा बोलने और संकीर्ण राजनीतिक फायदों के लिए सेना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान का बचाव किया जिसमें उन्होंने कश्मीर में उग्रवाद रोधी अभियानों को बाधित कर रहे स्थानीय लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
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जम्मू कश्मीर के रहने वाले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जनरल रावत के बयान की आलोचना करने वाले कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि सेना प्रमुख ने जो कहा वह चेतावनी नहीं है बल्कि नागरिकों की सुरक्षा को लेकर उनकी ओर से जताई गई चिंता है। उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से अपने पार्टी नेताओं के बयानों पर स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा। सिंह ने कहा, ‘यह भयावह है और चिंता की बात है कि कांग्रेस सेना प्रमुख के बयान के राजनीतिकरण पर उतारू है। राजनीतिक फायदों के लिए यह पार्टी किसी भी हद तक जा सकती है। वह हल्के राजनीतिक फायदों के लिए अलगाववादियों की भाषा बोल रही है।’ कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और संदीप दीक्षित आदि के बयानों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी को यह शोभा नहीं देता।
केंद्रीय मंत्री सिंह ने जनरल रावत के बचाव में कहा, ‘वह इस बात से चिंतित हैं कि बेगुनाह नागरिक प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें भी (उग्रवाद रोधी अभियानों में) नुकसान पहुंच सकता है। वह कह रहे हैं कि कार्रवाई के बीच में नहीं आएं।’ उन्होंने कश्मीर में मुख्य विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता से बाहर होने पर उसने अलगाववादियों की भाषा अपना ली और यह कांग्रेस भी कर रही है। नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता जुनैद अजीम मट्टू ने गुरुवार को सेना प्रमुख के बयान को दुखद बताया था और कहा था कि सरकार को इसके बजाय उग्रवाद प्रभावित घाटी के युवाओं से संपर्क साधना चाहिए।